ज्ञातव्य है कि 24 जनवरी को जयललिता की जयंती है। मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि राज्य सरकार 24 फरवरी को पूर्व सीएम जयललिता का जन्मदिन राज्य महिला बाल संरक्षण दिवस के रूप में मनाएगी। उन्होंने आगे कहा कि अम्मा ने महिलाओं और बच्चों के लिए काम किया और कई स्कीम लॉन्च की थी।
मुख्यमंत्री ने बेसहारा लड़कियों के कल्याण के लिए विधानसभा में पांच योजनाओं की घोषणा की। पलानीस्वामी ने कहा कि राज्य सरकार 21 साल पूरे होने तक सरकारी घरों (अनाथाश्रम) में रहने वाली प्रत्येक बेसहारा बालिका के नाम पर 2 लाख रुपये जमा करेगी। ये राशि उसके लिए बालिग होने पर अनाथाश्रम छोडऩे और नए जीवन को शुरु करने में मदद करेगी।
राज्य सरकार 18 साल पूरे होने पर सरकारी घर छोडऩे पर निराश्रित लड़कियों को विशेष वित्तीय सहायता देगी। वित्तीय सहायता से उन्हें उच्च शिक्षा, कौशल विकास प्रशिक्षण, रोजगार और स्वरोजगार हासिल करने में मदद मिलेगी। उनके 50 साल पूरे होने तक ये सहायता जारी रहेगी।
पलानीस्वामी ने सरकारी घरों पर निराश्रित बालिकाओं को गोद लेने वाले के माता-पिता के लिए पालन पोषण की मासिक सहायता को 2,000 रुपये से बढ़ाकर 4,000 रुपये करने की घोषणा की। यह सहायता पांच साल तक दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने समाज कल्याण, सामाजिक न्याय, आईसीडीएस विभागों, सी और डी की श्रेणियों में निराश्रित बालिकाओं को रोजगार देने की घोषणा की, जो तमिलनाडु लोक सेवा आयोग के दायरे में नहीं आएंगे। दोपहर के भोजन केंद्रों और आंगनवाडय़िों में नौकरियों में भी उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।
Former CM जयललिता ने कन्या भ्रूण हत्या पर अंकुश लगाने के लिए पालना योजना शुरू की थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार उन तीन जिला कलेक्टरों को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक और प्रमाण पत्र प्रदान करेगी जो बालिका लिंगानुपात में सुधार के लिए सर्वश्रेष्ठ काम करते है।