सूत्रों ने बताया कि सरवणा स्टोर ने 120 करोड़ रुपए का कर्ज लिया है। बैंक के मुताबिक कंपनी कई सालों से कर्ज चुकाने में नाकाम रही है। बैंक ने सरवना स्टोर्स को बार-बार नोटिस भेजकर ऋण और उसपर ब्याज का भुगतान करने के लिए कहा। लेकिन कंपनी ने नोटिस का जवाब नहीं दिया और बैंक के पैसे वापस नहीं किए। इसके बाद बैंक ने अदालत का दरवाजा खटखटाया। आदलत ने पैसे देने का आदेश दिया। लेकिन बैंक ने पैसे नहीं चुकाए। बैंक ने सरवना स्टोर्स स्टोर को कब्जे में लेने के लिए अदालती आदेश प्राप्त किया।
इसकी जानकारी सरवना स्टोर्स को एक सप्ताह पहले बैंक की ओर से एक नोटिस के जरिए दी गई थी। इसी सिलसिले में बैंक ने बुधवार को दोनों शोरूम को सील कर शोरूम पर कब्जा जमाया। कुछ हफ्ते पहले सरवना स्टोर्स पर आईटी के छापे के बाद प्राइम सरवना स्टोर्स पर कब्जा और सीलिंग से हडक़ंप मच गया है। कब्जे के दरम्यिान पुलिस बल की बड़ी टुकड़ी मौके पर मौजूद थी। हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि सरवणा स्टोर्स के मालिक ने बिना किसी विरोध के सीलिंग कार्रवाई में सहयोग किया। वहीं इस बात को लेकर असंतोष के स्वर भी सुनाई दे रहे हैं कि इससे सरावणा स्टोर में काम करने वाले कर्मचारियों के रोजगार प्रभावित हुआ है।