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चेन्नई

स्वास्थ्य मंत्री व डीजीपी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया सीबीआई ने

गुटखा घोटाला मामले में स्टालिन ने कहा

चेन्नईSep 07, 2018 / 08:14 pm

Santosh Tiwari

Why CBI didnt arrested Health Minister and DGP till now?

स्वास्थ्य मंत्री व डीजीपी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया सीबीआई ने

चेन्नई. गुटखा घूस मामले में हुई छापेमारी को गंभीरता से लेते हुए डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन ने शुक्रवार को कहा कि जब्त हुए दस्तावेजों से साफ पता चलता है कि गुटखा डीलर ए.वी. माधव राव से स्वास्थ्य मंत्री सी. विजयभास्कर और डीजीपी टी.के. राजेन्द्रन ने रिश्वत ली थी, ऐसे में इनको सीबीआई द्वारा अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? उन्होंने कहा कि गत ५ सितंबर को स्वास्थ्य मंत्री, डीजीपी और तत्कालीन पुलिस आयुक्त एस. जॉर्ज के आवास सहित सीबीआई ने करीब ४० ठिकानों पर छापेमारी की थी। जब अधिकारियों द्वारा डीजीपी के आवास पर छापेमारी की जा रही थी तो आवास में ही उनको रोका गया था। उस दौरान राज्य में कार्यरत डीजीपी नहीं थे जो कि तमिलनाडु के लिए बहुत ही शर्म की बात है। इस मामले में किसी प्रकार की टिप्पणी नहीं करने को लेकर स्टालिन ने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित और मुख्यमंत्री एडपाडी के. पलनीस्वामी की भी निंदा की।
उन्होंने कहा छापेमारी के दौरान राव के आवास से मिली डायरी से पता चलता है कि विजयभास्कर, राजेन्द्रन और जार्ज ने पैसे लिए थे। आयकर विभाग ने इस बात की पुष्टि भी कर दी है। लेकिन फिर भी अब तक सीबीआई द्वारा इन लोगों को गिरफ्तार नहीं किया गया है जबकि रिश्वत देने वालों को गिरफ्तार कर १५ दिन की न्यायिक हिरासत में लिया गया है। मंत्री और डीजीपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने को लेकर लोगों में संदेह उत्पन्न हो रहा है। ऐसे में मैं राज्यपाल से दोनों को उनके पद से हटाने का आग्रह करता हूं। साथ ही उन्होंने सीबीआई से सभी आरोपियों के साथ एक समान व्यवहार करने की भी मांग की।


कांग्रेस के भारत बंद का समर्थन करेगी डीएमके

चेन्नई. डीएमके अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने शुक्रवार को कहा कि पेट्रोल डीजल की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि के विरोध में कांग्रेस द्वारा १० सिंतबर को किए गए भारत बंद का डीएमके समर्थन करेगी। यहां जारी एक विज्ञप्ति में स्टालिन ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आने के बावजूद ईंधन के उत्पाद शुल्क में वृद्धि कर रही है, जनता को कम कीमतों का लाभ नहीं देना चाहती। स्टालिन ने कहा कि केंद्र सरकार पेट्रोलियम कंपनियों के हितों को लाभ पहुंचाने में लगी है लेकिन उसे आमजन की परेशानी से कोई लेनादेना नहीं। पेट्रो पदार्थों की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि को रोकने के लिए भी केंद्र द्वारा किसी प्रकार का कदम नहीं उठाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान केंद्र द्वारा ईंधन की कीमतें कम कर दी जाती है, विशेषकर उन राज्यों में जहां भाजपा की सरकार हो, लेकिन जैसे ही चुनाव खत्म होते हैं तेल कंपनियों द्वारा फिर से कीमतों में वृद्धि कर दी जाती है। सीपीआई, सीपीआई-एम समेत अन्य वामदलों ने भी भारत बंद का समर्थन करने का निर्णय लिया है। यहां सीपीएम मुख्यालय में वामदलों की बैठक में यह निर्णय लिया गया। साथ ही पार्टी ने राज्य के सरकारी कर्मचारियों, दुकानदारों और अन्य लोगों से बंद को समर्थन करने का आग्रह किया है। आईयूएमएल और एमएमके के नेताओं ने भी समर्थन की बात कही।
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