Tamilnadu: मानवता एवं परोपकार के कार्य को मिलें प्रोत्साहन
दिव्यांगों (Handicapped) को कृत्रिम पैरों (Artificial Limb) का वितरण, मद्रास हाईकोर्ट (Madras Highcourt) के सेवानिवृत्त न्यायाधीश वलिनायगम ने कहा कि सेवा भावना से संतुष्टि(Satisfaction) भी मिलती है।
Work of humanity and philanthropy should be encouraged
चेन्नई. मद्रास हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश वलिनायगम ने कहा कि मानवता एवं परोपकार के कार्य को प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए। दिव्यागों की सेवा कार्य सच्ची मानव सेवा है। इससे दिव्यागों को नया संबल मिल सकेगा।
वे अन्नानगर शांतिकॉलोनी स्थित एसआरकेके अग्रवाल सभा भवन में नि:शुल्क कृत्रिम पैर वितरण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सेवा भावना से संतुष्टि भी मिलती है। हमें जीवन में ऐसे कार्य के लिए अपना समय निकालना चाहिए। श्री अग्रवाल सभा एवं एस.सी. अग्रवाल चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व न्यायाधीश ने कहा कि ऐसी संंस्थाएं निसंदेह बिना किसी स्वार्थभावना के काम कर रही है। ऐसे में कई लोगों को इसका फायदा मिल रहा है। अब कृत्रिम पैरों के वितरण से भी दिव्यांगों के जीवन में खुशी का संचार हो सकेगा।
मानवीय सेवा के कार्य
प्रारम्भ में अग्रवाल सभा के अध्यक्ष अशोक केडिया ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि अग्रवाल सभा की ओर से समय-समय पर मानवीय सेवा के कार्य किए जाते रहे हैं। एस.सी. अग्रवाल चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन एस.सी. अग्रवाल ने संस्थान की ओर से किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी। सभा के महासचिव संजीव अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
कई गणमान्य लोग थे मौजूद
इस अवसर पर अग्रवाल सभा के सचिव जगदीशप्रसाद अग्रवाल, उपाध्यक्ष सीताराम गोयल व किशन मोदी, सभा के पूर्व अध्यक्ष इन्द्रराज बंसल, विजय गोयल, सुभाष गुप्ता समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे। पालकी अग्रवाल ने समारोह का संचालन किया। इस अवसर पर विभिन्न स्थानों से आए दिव्यांगों को कृत्रिम पैरों का वितरण किया गया।
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