scriptदो साल के इलाज के बाद ठीक हो गई 19 साल की दुर्गा, परिजनों से लिपटकर रोई | 19-year-old Durga recovered after two years of treatment | Patrika News
छतरपुर

दो साल के इलाज के बाद ठीक हो गई 19 साल की दुर्गा, परिजनों से लिपटकर रोई

दो साल पहले पन्ना वन स्टाप सेंटर ने पहुंचाया था छतरपुर के सुधार गृह8 साल की आयु में हादसे के कारण मानसिक रुप से हो गई थी अस्वस्थ

छतरपुरJun 18, 2021 / 06:35 pm

Dharmendra Singh

हादसे के कारण मानसिक रुप से हो गई थी अस्वस्थ

हादसे के कारण मानसिक रुप से हो गई थी अस्वस्थ

छतरपुर। लगभग दो साल पहले मार्च 2019 में कटनी जिले के झिनझिनी गांव में रहने वाली एक गरीब परिवार की 19 वर्षीय लड़की दुर्गा चौधरी मानसिक स्थिति कमजोर होने के कारण छतरपुर के निर्वाना फाउण्डेशन सुधार गृह में लाई गई थी। लगभग दो वर्षों तक फाउण्डेशन के संजय सिंह एवं अन्य लोगों की सतत मेहनत से दुर्गा की न सिर्फ मानसिक स्थिति सुधरी बल्कि उसे एक व्यवस्थित जीवनशैली भी मिली। शुक्रवार को उसकी हालत ठीक होने पर परिवार के लोग जब उसे लेने के लिए निर्वाना फाउण्डेशन के कार्यालय पहुंचे तो परिवार को देखकर दुर्गा लिपटकर रोने लगी।
निर्वाना फाउण्डेशन सुधार गृह में उस वक्त भावुक स्थिति निर्मित हो गई जब मिर्गी जैसी समस्या से जूझने वाली दुर्गा अपने ही अंदाज में फाउण्डेशन के अपने साथियों और बच्चों को परिवार से मिलाने लगी। इस मौके पर दुर्गा के भाई ऑटो चालक अजय कुमार उनकी बुआ और फूफाजी उसे लेने आए थे। संजय सिंह ने बताया कि 8 साल की आयु तक दुर्गा एक सामान्य बच्ची थी लेकिन फिर एक सड़क हादसे के कारण उसकी दिमागी हालत बिगड़ गई। 2019 में उसे पन्ना के वन स्टाप सेंटर से निर्वाना फाउण्डेशन भेजा गया था। मिर्गी के दौरे आने और घर से गायब हो जाने के कारण दुर्गा का परिवार गरीबी के चलते उसे अपने साथ नहीं रख पा रहा था। दुर्गा की मां का देहांत भी हो चुका था इसलिए उसे दो वर्षों तक निर्वाना फाउण्डेशन में दूसरे बच्चों के साथ रखा गया। हर महीने उसे मानसिक बीमारी से जुड़ी दवाएं एवं उपचार दिलाया गया। अब दुर्गा को मिर्गी के झटके काफी कम आते हैं। पिछले दिनों जब दुर्गा का भाई सक्षम हुआ तो उसने बहन को अपने साथ रखने का मन बनाया और शुक्रवार को आखिरकार परिवार के लोग उसे अपने घर ले गए। सुधार गृह से जाते समय दुर्गा काफी भावुक नजर आई।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो