केन-धसान से निकलेगी रेत
खनिज विभाग के सूत्रों के अनुसार यह सभी रेत खदानें केन और धसान नदी में हैं। यहां से उत्तरप्रदेश के लिए रेत जाने के कारण बड़ा कारोबार है।
सबसे ज्यादा खदानें हैं गौरिहार तहसील में
जिले की 8 तहसीलों में कुल 48 रेत खदानों को चिन्हित किया गया है। अनुमानित क्षेत्रफल 293.22 हेक्टेयर है। अनुमानित भण्डार 18 लाख एक हजार घनमीटर है लेकिन ठेेका के लिए 17 लाख घनमीटर प्रतिवर्ष रखा गया है। सबसे ज्यादा 23 रेत खदानें गौरिहार तहसील में है। वहीं चंदला तहसील में 8, राजनगर में 6 नौगांव में 4, बिजावर 3, बड़ामलहरा में 1 और छतरपुर तहसील में 4 खदानें हैं। जिनकी नीलामी होनी है। जबकि रेत खदान शामिल है। फत्तेपुर, धुवारा, नेहरा, बारबंद-1, बारबंद-2 के अलावा बघारी-2 का ठेका समाप्त होने के बाद नए ठेकेदार को ये खदानें हैण्डओवर होंगी।
वीडियो कांफ्रेसिंग से मिलेगी
खनिज निरीक्षक मिश्रा ने बताया कि ई टेण्डरिंग के माध्यम से खदानों की नीलामी होना है। यदि कोई ठेकेदार नीलामी प्रक्रिया में शामिल होने के दौरान किसी परेशानी का अनुभव करता है तो ऐसी स्थिति में 15 अक्टूबर मंगलवार को सुबह 10 से 12 बजे तक व 16 अक्टूबर को दोपहर 2 से 4 बजे तक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क कर सकता है।