सभी तहसीलों में आधार लिंक वाले किसान बाकी
जिले की 12 तहसीलों में सभी में हजारों की संख्या में ऐसे किसान अब भी बाकी है, जिन्होंने आधार लिंक नहीं कराया है। पूरे जिले में सबसे ज्यादा गौरिहार तहसील के किसानों ने आधार लिंक नहीं कराया है। गौरिहार में अब भी 9216 किसानों ने आधार लिंक नहीं कराया है। इसी तरह राजनगर तहसील के 9129 किसानों व नौगांव के 6032 किसानों ने आधार लिंक नहीं कराया है। इसके अलावा छतरपुर नगर तहसील के 3462, छतरपुर तहसील के 5482, बड़ामलहरा के 3722, बकस्वाहा के ३०८९, लवकुशनगर के २७४५,महाराजपुर 2907, बिजावर के 5660, चंदला के 4596, घुवारा के 4581 किसानों का आधार सीडिंग नहीं हुआ है।
जिले की 12 तहसीलों में सभी में हजारों की संख्या में ऐसे किसान अब भी बाकी है, जिन्होंने आधार लिंक नहीं कराया है। पूरे जिले में सबसे ज्यादा गौरिहार तहसील के किसानों ने आधार लिंक नहीं कराया है। गौरिहार में अब भी 9216 किसानों ने आधार लिंक नहीं कराया है। इसी तरह राजनगर तहसील के 9129 किसानों व नौगांव के 6032 किसानों ने आधार लिंक नहीं कराया है। इसके अलावा छतरपुर नगर तहसील के 3462, छतरपुर तहसील के 5482, बड़ामलहरा के 3722, बकस्वाहा के ३०८९, लवकुशनगर के २७४५,महाराजपुर 2907, बिजावर के 5660, चंदला के 4596, घुवारा के 4581 किसानों का आधार सीडिंग नहीं हुआ है।
87 फीसदी किसानों ने ही कराई ई-केवाइसी
पीएम किसान सम्मान निधि के पात्र किसानों को असुविधा न हो इसके लिए जिले के 2 लाख 47 हजार 434 किसानों की ईकेवाइसी कराई जाना है। हालांकि अभी तक साढ़े 2 लाख 15 हजार 573 किसानों की ई-केवाइसी हो पाई है। इसका मतलब ये हुआ कि जिले के केवल 87 फीसदी किसानों ने ही ई-केवाइसी कराई है। जिले के 31 861 किसानों की ई-केवाइसी अभी भी बाकी है। जिसमें बड़ामलहरा में 3476, बिजावर में 3573, बकस्वाहा में 1522, चंदला में 2140, छतरपुर में 4541, गौरिहार में 3569, घुवार में 1975, लवकुशनगर में 1304, महराजपुर में 1803, नौगांव में 1824 और राजनगर तहसील के 6134 किसानों की के-वाइसी नहीं हुई है।
पीएम किसान सम्मान निधि के पात्र किसानों को असुविधा न हो इसके लिए जिले के 2 लाख 47 हजार 434 किसानों की ईकेवाइसी कराई जाना है। हालांकि अभी तक साढ़े 2 लाख 15 हजार 573 किसानों की ई-केवाइसी हो पाई है। इसका मतलब ये हुआ कि जिले के केवल 87 फीसदी किसानों ने ही ई-केवाइसी कराई है। जिले के 31 861 किसानों की ई-केवाइसी अभी भी बाकी है। जिसमें बड़ामलहरा में 3476, बिजावर में 3573, बकस्वाहा में 1522, चंदला में 2140, छतरपुर में 4541, गौरिहार में 3569, घुवार में 1975, लवकुशनगर में 1304, महराजपुर में 1803, नौगांव में 1824 और राजनगर तहसील के 6134 किसानों की के-वाइसी नहीं हुई है।
अटक सकती है सम्मान निधि राशि
जिले में 60 हजार किसानों की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि अटक सकती है। सम्मान निधि सही हाथों में पहुंचे, इसके लिए किसानों से ई-केवाइसी करवाई गई। लेकिन ई-केवाइसी करवाने में जिले के किसानों ने रुचि नहीं दिखाई। दो बार अंतिम तारीख गुजरने के बाद भी किसानों ने ई-केवायसी नहीं करवाई है। पहले 31 जुलाई 2022 ई-केवाइसी के लिए आखिरी तारीख थी। जुलाई माह के आखिरी सप्ताह में जिले में करीब 80 हजार किसानों को ई-केवाइसी करवाना थी। ऐसे में 31 जुलाई के बाद भी जब पांच अगस्त तक तारीख बढी तो जिले के 30 हजार किसानों ने ई-केवाइसी करवाई है। लेकिन अब भी कुल मिलाकर 60 हजार किसान बाकी है। जिला प्रशासन ने एक बार फिर से आधार व केवाइसी कराने का अवसर दिया है।
इनका कहना है
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत सभी पात्र कृषकों को ई-केवायसी और बैंक खाते से आधार लिंकेज कराना अनिवार्य है। आगामी किश्तों की राशि उन्हीं पात्र कृषकों को प्रदान की जाएगी जिन कृषकों द्वारा ई-केवायसी एवं बैंक खाता से आधार लिंक का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। जिले के किसान पीएम किसान पोर्टल पर पर ई-केवायसी सीएससी सेन्टर व एमपी ऑनलाइन से भी करा सकते हैं।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत सभी पात्र कृषकों को ई-केवायसी और बैंक खाते से आधार लिंकेज कराना अनिवार्य है। आगामी किश्तों की राशि उन्हीं पात्र कृषकों को प्रदान की जाएगी जिन कृषकों द्वारा ई-केवायसी एवं बैंक खाता से आधार लिंक का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। जिले के किसान पीएम किसान पोर्टल पर पर ई-केवायसी सीएससी सेन्टर व एमपी ऑनलाइन से भी करा सकते हैं।
अभिनव शर्मा, अधीक्षक, भू-अभिलेख