छतरपुर। महाशिवरात्रि पर शहर सहित जिले में सुबह से लेकर देर रात तक आयोजन होते रहे। छतरपुर में ४५ साल से चली आ रही परंपर के तहत हटवारा मोहल्ला स्थिति ज्ञानोदय नवयुवक संघ द्वारा गांव की देवी
मंदिर से भगवान शंकर की परंपरागत बारात पूरे उत्साह और रीति-रिवाज के निकाली गई। दोपहर १ बजे से यह
शिव बारात शुरू हुई। भगवान श्ंाकर के स्वरूप ने गांव की देवी मंदिर में दर्शन किए और रथ पर विराजमान हुए। इसके बाद बारात ढोल-नगाड़ों और बैंड-बाजे के साथ शहर के लिए निकली।
बारात हटवारा मोहल्ला, मऊ दरवाजा, बस स्टैंड, आकाशवाणी तिराहा, महल रोड, चौक बाजार होते हुए गल्ला मंडी पहुंची। यहां पर अल्प विश्राम के बाद बारात पुन: चौक बाजार होते हुए संकट मोचन मंदिर पहुंची। रात में संकट मोचन मंदिर समिति की ओर से वधु पक्ष की भूमिका निभाते हुए भगवान के विवाह की रस्म पूरी कराई गई।
बारात में झांकी और घोड़े रहे आकर्षण :
भगवान शिव की बारात में इस बार भी 100 से अधिक घोड़े आकर्षण का केंद्र रहे। बैंड-बाजों और ढोल नगाड़े के साथ नाचते घोड़े लोगों का पूरे समय
ध्यान खींचते रहे। भगवान की बारात में 12 देवताओं की सजीव झांकियां भी थीं। इसके बलावा विशाल चिलम और ढोल-नगाड़ों के साथ नाचते युवा उत्साह के साथ चल रहे थे। इसके
मेडिकल कॉलेज की मांग को लेकर निकाली विशेष झांकी :
जिले के जनमानस की सालों पुरानी मांग मेडिकल कॉलेज को सामाजिक सरोकार के तहत लेते हुए इस साल शोभायात्रा में मेडिकल कॉलेज छतरपुर में खोले जाने की मांग से संबंधित झांकी भी प्रदर्शित की गई। इसके माध्यम से लोगों को मेडिकल कॉलेज की मांग के लिए जागरुक किया गया। ज्ञानोदय नवयुवक संघ के नीरज भार्गव ने बताया कि भगवान भोलेनाथ से मेडिकल कॉलेज के लिए झांकी के माध्यम से मनौती की गई है। ईश्वर की यदि कृपा होती है तो यह मांग जरूर पूरी होगी।