राजनैतिक के संरक्षण में समिति पंजीयन कार्यालय छतरपुर की देखरेख में चले जबतक कि व्यवस्था न हो जाए, राजनगर समिति में अकाउंटेंट अनिल वर्मा व अध्यक्ष शुकरत वर्मा दोनों भाई ***** हैं, अनिल शर्मा का अन्य जगह स्थांतरण कराया जाए ताकि भ्रष्टाचार न हो, समितियों की महिलाओं ने समिति प्रबंधक संजय यादव अकाउंटेंट अनिल वर्मा, अध्यक्ष सुकरत बाई व उपाध्यक्ष बिट्टी बाई आदि लोगों की साठ गांठ से समिति में घपला किया जा रहा है। यदि कोई खर्चा 500 का आता है तो यह लोग 800 रुपए का बिल लगाते हैं। इसी प्रकार सामग्री खरीदी में जैसे चूजा, दाना, दवाई आदि में कमीसन की बात करते हैं।
समिति में बोर्ड मीटिंग नाम मात्र की होती है, जो सदस्य बोलती नहीं है उन्हें ही मीटिंग की जानकारी देकर बुलाते है, और बाद में संजय यादव हम सब से रजिस्टर में हस्ताक्षर करा लेते हैं, जब कोई सवाल जबाब करता है तो अपशब्द भाषा का उपयोग करते हैं, जब समूह की महिलाओं ने हरिकृष्ण डेका से समूह को चालू करने के लिए बोला तो हरिकृष्ण डेका ने समूह की महिलाओं से आफिस में आकर माफी मांगने के लिए कहा, तब जाकर समूह को चालू करने की बात कही है हरिकृष्ण डेका नामचीन माफिया है हरिकृष्ण डेका मुर्गी पालन करने वाली दवाइयों वाली कंपनी से कमीसन पहले ही फिक्स कर लेते हैं, समिति वालो की मनमानी के चले समूह की महिलाओं ने राजनगर एसडीएम को ज्ञापन देकर जल्द ही सुधार करने की मांग की है।