बच्चों ने किया माता-पिता का पूजन तो छलक पड़े स्नेह के आंसू
– श्री योग वेदांत समिति के मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रम ने लिया अभियान का रूप- पिछले 15 दिनों ने जिलेभर के स्कूलों में चल रहे कार्यक्रम, कार्यक्रम 14 फरवरी को
नीरज सोनी
छतरपुर। हाथ में पूजन की थाली लेकर आरती उतारते बच्चों को देखकर गुरुवार को कई माता-पिता की आंखों में स्नेह के आंसू छलक आए। किसी ने बच्चों को गले से लिपटा लिया तो किसी ने उन्हें दुलार से चूम लिया। मौका था योग वेदांत सेवा समिति की ओर से आयोजित मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रम का। शहर के निजी स्कूलों में पिछले १५ दिनों से चल रहे इस तरह के संस्कार दीक्षा के कार्यक्रम से लोग तेजी से जुड़ रहे हैं। हर दिन तीन-चार स्कूलों में यह आयोजन किए जा रहे हैं। इस दौरान बच्चों को संकल्प दिलाया गया कि वे रोज सुबह उठकर अपने माता-पिता के पैर छुएंगे। १४ फरवरी को मु य कार्यक्रम बगराजन मंदिर के पास स्थित श्री योग वेदांत समिति के आश्रम में आयोजित किया जाएगा, जहां शहरभर के लोग एक साथ पहुंचकर अपने-अपने माता-पिता का पूजन करेंगे।
योग वेदांत समिति के डॉ. आरएस ताम्रकार, पारस दुबे, मनीष अग्रवाल, कमलेश असाटी, दीपेंद्र खरे, अभिषेक रावत की टीम इन दिनों शहर के स्कूलों में जा-जाकर अलग तरह की अलख जगा रही है। बच्चों में भारतीय संस्कृति से जुड़े संस्कार पैदा करने और माता-पिता के प्रति स मान का भाव जाग्रत करने के लिए योग वेदांत समिति ने इस बार भी मातृ-पितृ पूजन दिवस पखवाड़ा का आयोजन किया है। समिति के मनीष अग्रवाल ने बताया कि हर बार उनकी समिति वेलेंटाइन-डे के दिन 14 फरवरी को ही यह आयोजन सामूहिक रूप से करते थे, लेकिन इस बार से स्कूलों और जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में यह कार्यक्रम कर रहे हैं।
शहर के निजी स्कूलों में हुए कार्यक्रम के दौरान बच्चों
द्वारा माता-पिता का पूजन किए जाने के दौरान ममत्व और वात्सल्य का अनोखा भाव देखने मिला। जैसे ही बच्चों ने माता-पिता का तिलक कर आरती उतारी और पैर छुए तो माता-पिता की आंखें छलक आईं। पार्वती देवी नेे अपने बेटे गोपाल को गले से लगाकर चूम लिया। रामसेवक ने भी अपने दोनों बच्चों को गोदी में लेकर चूम लिया। वात्सलय की तरंगों के बीच बच्चों को माता-पिता के नियमित पैर छूने का संकल्प दिलाया गया।
भारतीय संस्कृति का पर्व बनाने का अभियन :
गौरतलब है कि 1५ साल पहले श्री योग वेदांत समिति ने 14 फरवरी को मनाए जाने वाले पाश्चत्य संस्कृति के पर्व वेलेंटाइन-डे के विरोध स्वरूप मातृ-पितृ पूजन दिवस पर्व की परंपरा शुरू की थी। इसी के चलते शहर के स्कूलों और ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में मातृ-पितृ पूजन के कार्यक्रम किए जा रहे हैं। पिछले दिनों को शहर से सटे ग्राम गौरगायं में भी यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। समिति के डॉ. आरएस ताम्रकार ने बताया कि नई पीढ़ी में माता-पिता के प्रति स मान जगाने के लिए इस तरह का आयोजन किया जा रहा है।
14 फरवरी को आश्रम में होगा बड़ा कार्यक्रम : योग वेदांत समिति के पारस दुबे डब्बू ने बताया कि १४ फरवरी के दिन शहर के बगराजन माता मंदिर के पीछे वायपास रोड पर स्थित संत आसाराम बापू के आश्रम में दोपहर 1 बजे से मातृ-पितृ पूजन दिवस का बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम को खास बनाने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारी की जा रही है। शहरभर में होर्डिंग्स लगाए गा हैं। घर-घर पूजन के कार्यक्रम करने के लिए संकल्प कार्यक्रम हो रहे है। इस बार प्रयास है कि हर घर में लोग अपने माता-पिता का पूजन करे।
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