शहर में पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा नियंत्रित लगभग 35 किमी की सड़क मौजूद है। शहर के 122 चौराहे हैं जिनके जरिये आबादी के घरों तक पहुंचा जाता है। इन चौराहों की दुर्दशा तो लंबे समय से है लेकिन अब भीतरी सड़कें भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। शहर के आदर्श हायर सेकेण्डरी स्कूल के पीछे बिलहरी रोड चौराहा, बेलाताल रोड की सड़कें बदत्तर हो चुकी हैं। मेलाग्राउण्ड के सामने एक सड़क पर भूमाफिया द्वारा कब्जा कर भवन निर्मित कर लिया गया है। इसी तरह कोठी चौराहा, बस स्टेण्ड चौराहा, डाकखाना चौराहा और ईशानगर चौराहा अतिक्रमण की चपेट में है। नगर पालिका अपने बजट को ठिकाने लगाने के लिए पीडब्ल्यूडी की सड़कों के किनारे-किनारे खुदाई कर फुटपाथ का निर्माण कर देती है। ठीक से शोल्डर फिलिंग न होने के कारण ये सड़कें टूटकर गड्ढों में तब्दील हो जाती हैं जिससे दोनों विभागों का काम चल जाता है। आम जनता दोनों विभागों के इस खेल से त्रस्त हो चुकी है।
सेल्फी प्वाइंट का होना अच्छी बात है लेकिन शहर की सड़कों को भी दुरूस्त किया जाना चाहिए। हम भी जल्द प्रयास करेंगे कि सड़कों की मरम्मत हो जाए।
नीरज दीक्षित, विधायक, महाराजपुर
ब्रिटिशकाल से ही नौगांव शहर अपनी सुंदर और व्यवस्थित बसावट के लिए प्रख्यात था लेकिन भाजपा के कार्यकाल में लगातार शहर में खराब सड़कों और अतिक्रमण की समस्या देखने को मिल रही है। शहर की सड़कों पर लोगों का चलना मुश्किल है। जल्द ही प्रशासन ने इस दिशा में कदम नहीं उठाया तो हम आंदोलन करेंगे।
गगन यादव, कार्यकारी जिलाध्यक्ष कांग्रेस