डॉक्टर चंसोरिया रिटायर्ड टीचर हैं और इस प्रेम मंदिर के लिए उन्होंने अपनी सारी जमापूंजी खर्च कर दी- छतरपुर में नरसिंह मंदिर के परिसर में यह प्रेम बनवाया गया है। मंदिर में जल्द ही राधा कृष्ण की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। डॉक्टर बीपी चंसोरिया ने अपनी पत्नी वंदना चंसोरिया की याद में इस मंदिर का निर्माण कराया है। डॉक्टर चंसोरिया रिटायर्ड टीचर हैं और इस प्रेम मंदिर के लिए उन्होंने अपनी सारी जमापूंजी खर्च कर दी।
पत्नी ने चित्रकूट में मंदिर और आश्रम बनाने की इच्छा व्यक्त की थी लेकिन कुछ माह बाद ही उनकी मौत हो गई- डॉक्टर चंसोरिया बताते हैं कि उनकी पत्नी ने चित्रकूट में मंदिर और आश्रम बनाने की इच्छा व्यक्त की थी लेकिन कुछ माह बाद ही उनकी मौत हो गई। इसके बाद डॉक्टर चंसोरिया ने पत्नी की इच्छा पूर्ति के लिए नरसिंह धाम में राधा कृष्ण मंदिर का निर्माण करवाया। यह मंदिर अब प्रेम के प्रतीक के रूप में जाना जा रहा है।
पत्नी के प्रति अनूठे प्रेम की वजह से ही यहां प्रेम के प्रतीक राधा कृष्ण की मूर्ति स्थापित की जा रही – भव्य मंदिर 6 साल 7 दिन में तैयार हुआ। इसके लिए करीब 1.50 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। पत्नी के प्रति अनूठे प्रेम की वजह से ही यहां प्रेम के प्रतीक राधा कृष्ण की मूर्ति स्थापित की जा रही है। मंदिर राजस्थान के कलाकारों ने बनाया है। लोग इस मंदिर को देखने आने लगे हैं।