scriptशासन की योजनाओं से वंचित बुजुर्ग महिला ने झोपड़ी में तोड़ा दम | Elderly woman broke down in the hut | Patrika News
छतरपुर

शासन की योजनाओं से वंचित बुजुर्ग महिला ने झोपड़ी में तोड़ा दम

ग्रामीणों ने मानवता की मिसाल पेश कर किया अंतिम संस्कार

छतरपुरJan 18, 2022 / 07:10 pm

Dharmendra Singh

ग्रामीणों ने मानवता की मिसाल पेश कर किया अंतिम संस्कार

ग्रामीणों ने मानवता की मिसाल पेश कर किया अंतिम संस्कार


छतरपुर/ नौगांव। नगर से लगे बिलहरी पंचायत के गांव कुम्हार टोली में रहने वाली 50 वर्षीय महिला तिजीया रैकवार की सोमवार की रात मौत हो गई। लकवा की बीमारी से पीडि़त महिला गांव वालों के सहारे प्लास्टिक व कपड़े की झोपड़ी में रहकर जिंदगी के दिन गुजार रही थी। सोमवार की रात उसकी मौत हो गई। सुवह जब ग्रामीणों ने देखा तो महिला मृत अवस्था मे झोपड़ी में पड़ी हुई थी। वृद्ध की मौत की खबर सुनते ही ग्रामीण एकत्रित हुए और मौत की सूचना उसकी पुत्रियों को दी। इसके बावजूद भी जब कोई नही आया तो ग्रामीणों ने मानवता दिखाते हुए वृद्ध महिला का अंतिम संस्कार कर तेरहवी करने की जिम्मेदारी भी ली है।
ग्रामीणों ने बताई वृद्ध महिला की आपबीती
ग्रामीणों के अनुसार कुम्हार टोली निवासी मुन्नीलाल रैकवार के चार संतान प्रकाश,कल्लू, गौरा और तिजीया हैं। कल्लू रैकवार ने अपनी पुत्री तिजिया की शादी छतरपुर जिले के बड़ामलहरा में की थी। शादी के बाद माता पिता सहित दोनों भाइयों की मौत हो चुकी थी और बहन गौरा से तिजीया के अच्छे संंबंध नहीं थे। तिजीया ने शादी के बाद दो पुत्रियों को जन्म दिया। तभी लड़का न होने पर ससुराल पक्ष के लोगों ने तिजीया को प्रताडि़त कर भगा दिया। तीजिया ससुराल से अपनी दोनों बेटियों सुमन और अर्चना को लेकर अपने मायके कुम्हार टोली में आकर रहने लगी और मेहनत मजदूरी कर दोनों बेटियों की शादी की। इसके बाद तिजीया कभी छोटी बेटी तो कभी बड़ी बेटी के पास रहकऱ गुजरबसर कर रही थी।
लकवा की बीमारी होते ही बेटियों ने छोड़ा मां का साथ
लगभग दो साल पहले तिजीया को लकवा लग गया था। तब उसकी पुत्रीयों ने कुम्हार टोली में छोड़ दिया। लकवा की बीमारी से पीडि़त बुजुर्ग महिला कुछ कर नही पाती थी। जिस कारण वह गांव में ही प्लास्टिक की झोपड़ी बनकर जिंदगी के बचे दिन गांव वालों के सहारे व्यतीत करने लगी। गांव के लोग सुबह शाम तिजिया को खाना देते थे। वहीं बच्चे बुजुर्ग महिला की मदद करते थे।
शासन की योजनाओं से वंचित रही वृद्ध महिला
गरीब असहाय लोगों की मदद के लिए चलाई जा रही सरकारी योजनाओं का भी उसे लाभ नहीं मिला था। ग्रामीणों का कहना है कि तिजीया रैकवार ससुराल से प्रताडि़त होकर जब मायके में रहने आई, तबसे आज तक किसी भी सरकारी योजना का लाभ नही मिला। जहां कड़ाके की ठंड में पन्नी की झोपड़ी में जिंदगी के दिन गुजार रही थी तो वही पेट की भूख मिटाने गांव वालों का सहारा रहता था। ग्रामीण बताते हैं कि तिजीया ने अपने जीवित रहते हुए पंचायत से लेकर गांव में आए अधिकारियों को अपनी आप बीती और हालात बताए, इसके बाद भी आज तक किसी ने ध्यान नही दिया। आखिरकार तीजिया ने पन्नी की झोपड़ी में ही दम तोड़ दिया । जिसका अंतिम संस्कार सर्व समाज के लोगों टिंकू यादव,राधेश्याम,दीना,रिंकू,मत्ती, वैजनाथ,नंदू प्रजापति,तुलसी कुशवाहा, अनबार खान,देवेन्द्र,पप्पू,सरदार अहिरवार, संतु बरार सहित अन्य गांव वालों ने किया।

Home / Chhatarpur / शासन की योजनाओं से वंचित बुजुर्ग महिला ने झोपड़ी में तोड़ा दम

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो