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छतरपुर

पॉजिटिव कंटेनमेंट एरिया के बाहर मिले तो होगी एफआइआर

प्रशासन ने आपात बैठक में लिया निर्णय

छतरपुरApr 14, 2021 / 07:20 pm

Dharmendra Singh

प्रशासन ने आपात बैठक में लिया निर्णय

प्रशासन ने आपात बैठक में लिया निर्णय

छतरपुर। शहर में बढ़ते कोरोना के मामलों के मद्देनजर कलेक्टरशीलेन्द्र सिंह ने आपात बैठक बुलाकर कोरोना संबंधित स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की समीक्षा की। सीएमएचओ को स्वास्थ्य व्यवस्था और बेहतर बनाने के दिये निर्देश। जिन घरों में कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति पाए गए हैं एवं जो कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति होम आइसोलेशन में हैं वो व्यक्ति घर के बाहर बनाये गये कंटेंमेंट क्षेत्र के बाहर न निकले इससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है। जिन घरों में कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति पाए गए हैं उनके घरों के बाहर बनाएं गए कंटेंमेंट क्षेत्र तथा जो होमआइसोलेट है ऐसे व्यक्ति कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करते एवं ऐसे व्यक्ति जो कंटेंमेंट क्षेत्र के अंदर आते है अगर वो बनाएं गये कंटेंमेंट एरिया के बाहर घूमते पाए जाते है तो उनके विरुद्ध अपराधिक प्रकरण होगा दर्ज।
कलेक्टर सिंह ने छतरपुर जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा घरों में ही रहे, बहुत जरूरत पडऩे पर ही मास्क लगाकर बाहर निकले व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें एवं अपने हाथों को बार-बार साबुन या सेनेटाइजर से धोयें एवं समस्त दुकानदारों से अनुरोध किया कि अपनी दुकानों में मास्क लगा कर बैठे एवं आने वाले ग्राहकों से भी कोरोना गाइडलाइस एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाएं। अगर कोई दुकानदार बिना मास्क लगाये पाया गया तो उसके खिलाफ जुर्माने की कार्यवाही की जाएगी एवं बार-बार उल्लंघन करने पर दुकानें सील भी की जाएगी।
कोविड पीडि़तों की बढ़ती संख्या को रोकने में समाज भी निभायें जिम्मेदारी
कोविड संक्रमित पीडि़तों की बढ़ती संख्या को रोकने में जरुरी है कि समाज के हर एक व्यक्ति जिम्मेदारी निभाने के लिए आगें आए और खुद भी सही तरीके से मास्क पहने और कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए दूसरे लोगों को भी जागरुक बनाएं। बीते एक सप्ताह में छतरपुर जिले में कोविड संक्रमण से पीडि़त होने वाले लोगों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है जो यह दर्शाती है कि हम अपनी सुरक्षा में भी कितने लापरवाह हो चुके हैं। द्वितीय चरण का कोरोना अत्यंत ही घातक सिद्ध हो रहा है। इसी लिए समय की नजाकत को देखते हुए जरुरी है कि समाज भी इस आपदा की घड़ी में सहयोग करे और खुद के साथ-साथ दूसरे व्यक्तियों की मानवीय जिंदगी को सुरक्षित बनाएं।
इन बातों पर गौर करें
घर से बाहर निकलने की स्थिति में मास्क लगाकर ही निकलें जब तक बाहर रहें तब तक कुछ पल के लिए भी मास्क नही निकालें और सोशल डिस्टेंसिंग का सतर्कता से पालन करें। अपने आस-पास के परिचित एवं अंजान व्यक्ति जो मास्क नही पहने हैं और सामाजिक दूरी का पालन नही कर रहे हैं उनसे विनती करें और कोविड गाइडलाइन का पालन कराएं।
मास्क नहीं पहनकर शर्मिंदा न करें
मास्क पॉकेट में रखने या गले मेंं लटकाने का आभूषण नही हैं सही ढंग से मास्क पहनकर ही कोई भी व्यक्ति कोरोना आपदा की इस स्थिति में भी खुद को सुरक्षित रख सकते हैं इसके लिए जरुरी है कि खुद से संकल्प लें और घर से बाहर रहने की स्थिति में हर-पल सही ढंग से मास्क लगाये रखें और दूसरे व्यक्ति से दूरी रखते हुए बात करें जिस व्यक्ति ने मास्क नही पहना है उस व्यक्ति से न तो बात करें और न ही उसके पास खड़े रहें।
कोरोना संक्रमण को हराने के लिए जरुरी है कि हर एक दुकानदार भी मास्क पहनकर और कोरोना गाइडलाइन का ईमानदारी से खुद भी पालन करें एवं दुकान पर आने वाले ग्राहकों से भी पालन कराएं। जो ग्राहक मास्क पहनकर नही आएं उन्हें सामान नही दें यह नही सोचे की एक-दो मिनट में सामान देकर फ्री तो होना हैं नही यह विचार गलत है। कोरोना संक्रमण को फैलने के लिए कुछ क्षण ही पर्याप्त है यह मास्क नही पहनने वाले लोगों के मुंह और नाक से शरीर में प्रवेश करते हुए सांस लेने की प्रक्रिया को तेजी से बाधित करता है और जिससे व्यक्ति संक्रमित होता है। दुकानदारों से अपील की गई है कि जैसे उधार मांग कर शर्मिंदा न करें की सूचना प्रदर्शित करते है इसी तरह बिना मास्क के सामान लेने दुकान पर आने पर टोकने के लिए शर्मिंदा न करे की सूचना भी लगाएं।
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