बताया गया है कि इकारा गांव के लखन राजपूत के खेत में आग लगने की जानकारी बुधवार की सुबह करीब 10 बजे दी गई थी। इसके बाद गांव के लोग एकत्रित हो गए और खेत में पानी आदि लेकर पहुंचे। हवा के बहाव में आग ने तत्काल ही भीषण रूप ले लिया। जिससे खेत में लगी फसल जल्द की जल गई। आधा घंटे तक ग्रामीणों ने फायर बिग्रेड का इंतजार किया और इस दौरान अपने ही स्तर पर पानी आदि डालकर दूसरे खेतों में आग को फैलने से रोके रखा। हालांकि, कोई भी खेत की आग को कंट्रोल करने में नाकामयाब रहा।
करीब पौन घंटे बाद पहुंची फायर बिग्रेड ने आगू पर काबू करने का प्रयास किया। 3 से 4 टैंकर पानी खाली करने के बाद ही आग पर काबू पाया जा सका। इसके बाद ही गांव के किसानों ने राहत की सांस लीं। हालांकि, इस दौरान लखन राजपूत की 5 एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल पूरी तरह जलकर खाक होना बताया गया हैं। जिससे करीब 2 लाख रुपए का नुकसान किसान हुआ हैं। किसान लखन राजपूत ने बताया कि आग कैसे लगी यह तो उसे नहीं पता हैं, लेकिन उसके पूरे साल की मेहनत खराब हो गई है। जिसके मुआवजा की मांग की हैं।
मौके पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा तैयार कर आगजनी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया जा रहा हैं। साथ ही आगजनी के कारण का पता लगाने विवेचना शुरू कर दी हैं। आग लगने के दौरान आसपास के खेतों में कटी पड़ी गेहूं की फसल को किसानों ने आनन-फानन में समेटकर दूसरी जगह रखा। जिससे उनका भी नुकसान हुआ हैं।