पर्यटकों ने खजुराहो की शिल्प कला की तारीफ करते हुए कहा कि यहां के महत्वपूर्ण स्थल बेजोड़ है। उन्होंने खजुराहो के मंदिरों को सबको देखने के लिए आने की बात कही। पर्यटन व्यवसाय से जुड़े गणेश भूषण अवस्थी, ब्रज गोपाल अवस्थी, जगनंदन तिवारी, मंटू तिवारी, सुनील यादव, तिलक सिंह, मनीष तिवारी ने पर्यटकों का स्वागत करते हुए कहा कि यह पर्यटन व्यवसाय के लिए एक शुभ संकेत है और लोगों को फिर से रोजगार मिलने की उम्मीद जगी है।
कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन के दौरान बंद रहे खजुराहो के मंदिर 6 जुलाई को पर्यटकों के लिए खोल दिए गए थे। विदेशी उड़ाने बंद रहने से विदेशी पर्यटक खजुराहो नहीं आ पा रहे हैं।लेकिन देसी पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है। विदेशी पर्यटकों पर ज्यादा निर्भर होटल, रेस्टोरेट, ट्रवल और पर्यटन से जुड़े अन्य व्यवसायियों को वर्ष 2020 में काफी नुकसान उठाना पड़ा है। ऐसे में अब विदेशी पर्यटकों की आमद शुरु होने से पर्यटन से जुड़े कारोबारियों को उम्मीद दिखाई देने लगी है।