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छतरपुर

यहां खेतों व घरों में गिरते हैं पत्थर

कलेक्टर से शिकायत कर लीज निरस्त करने की किसानों ने की मांग कहा,सशर्त लीज के नियम का हो रहा उल्लंघन, क्रेशर संचालक नियम ताक पर रख कर रहे अवैध उत्खनन

छतरपुरMar 25, 2019 / 01:06 am

नितिन सदाफल

Here stones fall into fields and houses

Here stones fall into fields and houses

छतरपुर/हरपालपुर. नौगांव जनपद के ग्राम पंचायत सरसेड़ में नियम कानून ताक पर रखकर क्रेशर चलाई जा रही है। क्रेशर की खदान में ब्लास्टिंग से रास्ते में गिरने वाले पत्थर के टुकड़ों से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। क्रेशर से निकलने वाली डस्ट से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।
लेकिन क्रेशर संचालक द्वारा इसके लिए कोई इंतेजाम नहीं किए गए हैं। जबकि लीज देते समय भी ये शर्त रखी गई थी। कि, लोगों को परेशानी न हो। क्रेशर संचालक ने लोगों की समस्याओं का समधान किए बिना ही ब्लास्टिंग और क्रेशर चलाने का काम किया जा रहा है। इससे परेशान किसानों द्वारा जिला कलेक्टर को शिकायती आवेदन देकर पत्थर खदान की लीज निरस्त करने की मांग की गई है। शिकायत में लीज नियमों का हवाला देते हुए नियम पालन न करने की बात कही गई है।
सशर्त लीज की नियमों की उड़ा रहे धज्जियां: सरसेड़ गांव के ग्रामीणों द्वारा पूर्व में की गई शिकायतों पर नौगांव अनुविभागीय अधिकारी ने जनपद पंचायत सीइओ एवं तहसीलदार नौगॉव के जांच प्रतिवेदन पर 29 फरवरी 2012 को सशर्त आदेश पारित किया था, जिसमें कहा गया था कि खसरा नम्बर 1146/1की लीज खदान में ब्लास्टिंग से रास्ते से गुजरने वाले लोगों के घायल होने की आशंका है। इसके साथ ही क्रेशर की डस्ट से आसापाल के लोगों को बीमारियां होने की आंशका के तहत लोगों के हित को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा उपाय किए जाने के आदेश दिए गए थे।
लेकिन सुरक्षा इंतजाम और लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहे बुरे असर को ध्यान में न रखते हुए खनन का काम किया जा रहा है। जबकि एसडीएम के आदेश में कहा गया था कि लोगों को परेशानी हुई तो खदान की लीज निरस्त की जाएगी।

तीन गांव के लोगों का आवागमन हो रहा प्रभावित
खसरा नम्बर 1146/1 पर क्रेशर प्लांट स्थापित है। खदान में ब्लास्टिंग करने पर इससे लगी हुई कृषि भूमि एवं आम रास्ते पर पत्थर गिरते हैं। इसके साथ ही क्रेशर की डस्ट से ग्रामीणों का जीना मुहाल हो गया है। आए दिन होने वाली हैवी ब्लास्टिंग की वजह से पत्थर के टुकड़े खेत-खलिहानों एवं रास्ते में आकर गिरते हैं। इस रास्ते से मडोरी, लहदरा और गलान के लिए ग्रामीण आवागमन करते हैं। हैवी ब्लास्टिंग की धमक से ग्रामीणों के कच्चे घर में भूकंप जैसे झटके लगते हैं। कलेक्टर को की गई शिकायत में सरसेड़ निवासी किसान रघुराज ने बतलाया कि उसके खेत से सटकर खदान में होने वाली ब्लास्टिंग से खेतो की फसल खराब हो रही है। आर्थिक हानि उठाने के साथ ही ब्लास्टिंग के पत्थर खेतों व घरों पर गिरने से दुर्घटना के शिकार होने की आशंका बनी रहती हैं। किसानों का आरोप है कि, क्रेशर संचालक द्वारा खदान की सीमा के बाहर ब्लास्ंिटग कर पत्थर निकालने काम किया जा रहा है।

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