तीन गांव के लोगों का आवागमन हो रहा प्रभावित
खसरा नम्बर 1146/1 पर क्रेशर प्लांट स्थापित है। खदान में ब्लास्टिंग करने पर इससे लगी हुई कृषि भूमि एवं आम रास्ते पर पत्थर गिरते हैं। इसके साथ ही क्रेशर की डस्ट से ग्रामीणों का जीना मुहाल हो गया है। आए दिन होने वाली हैवी ब्लास्टिंग की वजह से पत्थर के टुकड़े खेत-खलिहानों एवं रास्ते में आकर गिरते हैं। इस रास्ते से मडोरी, लहदरा और गलान के लिए ग्रामीण आवागमन करते हैं। हैवी ब्लास्टिंग की धमक से ग्रामीणों के कच्चे घर में भूकंप जैसे झटके लगते हैं। कलेक्टर को की गई शिकायत में सरसेड़ निवासी किसान रघुराज ने बतलाया कि उसके खेत से सटकर खदान में होने वाली ब्लास्टिंग से खेतो की फसल खराब हो रही है। आर्थिक हानि उठाने के साथ ही ब्लास्टिंग के पत्थर खेतों व घरों पर गिरने से दुर्घटना के शिकार होने की आशंका बनी रहती हैं। किसानों का आरोप है कि, क्रेशर संचालक द्वारा खदान की सीमा के बाहर ब्लास्ंिटग कर पत्थर निकालने काम किया जा रहा है।