बजट ने बिगाड़ा डांस फेस्टिवल: प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद आर्थिक चुनौतियों से उसका सामान हुआ है। ऐसे में भारी-भरकम बजट वाले खजुराहो डांस फेस्टिवल के आयोजन पर सरकार ने पूरी कटौती की है। आयोजन की भव्यता पूरी तरह से कम कर दी गई है। बजट की कटौती के कारण ही चार दिन पहले खजुराहो पहुंचे डोम पंडालों से भरे ट्रक अचानक से लौटा दिए गए। यही कारण है कि इस बार समारोह स्थल पर लोगों की संख्या भी हर साल की अपेक्षा कम पहुंच रही है।
इस बार गायब हो गया कला का कुंभ
खजुराहो डांस फेस्टिवल के मौके पर हर साल खजुराहो में कला का महाकुंभ आयोजित किया जाता था। मृदंग की थाप में घुंघरू की खनक से खजुराहो नृत्य महोत्सव का मुक्ताकाशीमंच सात दिनों के लिए जागृत होता रहा है। कला, योग, अध्यात्म एवं संस्कृति की नगरी खजुराहो का नृत्य समारोह देश-विदेश में लोकप्रिय है और यह अच्छी ख्याति भी पा चुका है। यही कारण है कि कई देसी और विदेशी पर्यटक खजुराहो नृत्य समारोह का पूरे सा इंतजार करते हैं। इस आयोजन को लेकर उनकी उत्सुकता रहती है कि इस बार क्या खास होगा। क्योंकि पिछले कुछ ***** में इस आयोजन को खास बनाने के लिए और ज्यादा से ज्यादा पर्यटकों को जोडऩे के लिए आर्ट-मार्ट, कला दीर्घा, कला वार्ता जैेसे आयाम यहां जोड़े गए थे। इसके अलावा प्रदेश और देश से आने वाले हथकरघा उद्योग से जुड़े विभिन्न ऐसे क्राफ्टकारों और सरकारी योजनाओं से संबंधित प्रदर्शनियां भी यहां लगाई जाती थी। कई कंपनियों के प्रेजेंटेशन, बेहतरीन फूड प्लाजा जैसे आकर्षण यहां पिछले साल तक रहे। लेकिन इस बार सब कुछ नदारत है। केवल मुख्य द्वार पर साधारण सजावट-लाइटिंग और अंदर परिसर में केवल देशज परंपरा का मेला हुनर और बुंदेली व्यंजन का स्टॉल ही लगाया गया है। इटली की पर्यटक मारियाना और आंद्रे का कहना है कि वे इस बार डांस फेस्टिवल में कुछ खास देखने की इच्छा लेकर आए थे, लेकिन यहां इस बार कुछ नहीं है। बनारस से आने वाले सुंदरदास ने कहा कि देशभर से हर साल अन्य विधाओं के कलाकारों को यहां बुलाया जाता था। उनकी कला भी पर्यटक देख पाते थे, लेकिन इस बार केवल नृत्य के अलावा कुछ भी नहीं है। नृत्य कलाकार भी ख्यातिप्राप्त कलाकारों की सूची में नहीं है। कोई भी बड़ा कलाकारइस बार नहीं बुलाया गया।
इस साल सरकार की माली हालत ठीक नहीं है। इसलिए बजट में कटौती हुई है। साथही डांस फेस्टिवल को पहले से बेहतर बनाए जाने का प्रयास किया जा रहा है, इसलिए पिछले साल तक होने वाले सभी तरह के कार्यक्रम और प्रदर्शनी, मेला आदि को इस साल खत्म कर दिया गया है। अगले साल से नए अंदाज में डांस फेस्टिवल कराने की तैयार है।
आदेश धूरिया, कार्यक्रम अधिकारी