कार्यकर्ताओं में नाराजगी
छतरपुर•Oct 24, 2019 / 01:29 am•
हामिद खान
विधायक ही बन गए कॉलेजों में जनभागीदारी समितियों के अध्यक्ष
छतरपुर. लगभग 9 महीने पहले विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे विधायकों ने भले ही अभी तक अपने-अपने क्षेत्रों में कोई उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल न की हो लेकिन विभिन्न संस्थाओं पर कब्जा करने की उनकी लालसा अभी खत्म नहीं हुई है। बीती शाम शासन द्वारा प्रदेश भर के सरकारी महाविद्यालयों में जनभागीदारी समिति के अध्यक्षों के मनोनयन की सूची जारी की गई है। इस सूची में छतरपुर जिले के भी 10 सरकारी महाविद्यालय शामिल किए गए हैं। 10 में से 4 महाविद्यालयों में तो खुद विधायक ही जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष बन गए। इनमें बिजावर से बब्लू शुक्ला, महाराजपुर से नीरज दीक्षित, बड़ामलहरा से प्रद्युम्र सिंह लोधी एवं राजनगर से नाती राजा शामिल हैं। छतरपुर में विधायक आलोक चतुर्वेदी के करीबी आनंद शुक्ला को जनभागीदारी समिति का अध्यक्ष बनाया गया तो वहीं चंदला में कांग्रेस के युवा नेता अदित सिंह को चुना गया है।
कांग्रेस कार्यकर्ता ही उड़ा रहे नेताओं का मजाक
जनभागीदारी समिति के अध्यक्षों को लेकर सामने आए नाम आम जनता के साथ-साथ छात्रों और कांग्रेस नेताओं के लिए ही मजाक का विषय बन गए हैं। बुजुर्ग आनंद शुक्ला को छतरपुर की कमान सौंपे जाने से नाराज कांग्रेस के कई युवा नेताओं ने दिन भर फेसबुक पर अपना गुस्सा जाहिर किया तो वहीं विधायक नाती राजा, नीरज दीक्षित और प्रद्युम्र ङ्क्षसह द्वारा विधायक होने के बाद भी अपने किसी कार्यकर्ता को मौका न दिए जाने को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता दिन भर सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग करते रहे।
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