नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा के दौरान बुंदेलखण्ड क्राांति दल के उम्मीदवार कमलेश असाटी और राष्ट्रीय वंचित पार्टी की उम्मीदवार ममता अहिरवार का नाम निर्देशन पत्र अस्वीकार किया गया हैै। इसी तरह तीन निर्दलीय उम्मीदवार इमरत लाल, धरमपाल और भगवान दस प्रजापति का नाम निर्देशन पत्र भी निरस्त कर दिया गया है। अब शेष 22 अभ्यर्थी 19 अक्टूबर तक अभ्यर्थिता से नाम वापस ले सकेंगे। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार इसी दिन शेष उम्मीदवारों की सूची जारी कर निर्दलीय उम्मीदवारों को प्रतीक चिन्हों का आवंटन किया जाएगा। 3 नवम्बर को मलहरा उपचुनाव के लिए सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा और 10 नवम्बर को उपचुनाव की मतगणना होगी।
राष्ट्रीय वंचित पार्टी की उम्मीदवार ममता अहिरवार ने राजनीतिक कारणों से उनका फॉर्म निरस्त करने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की है। उन्होने नामांकन में सुधार की मांग की है। इसके साथ ही हाईकोर्ट की शरण लेने की बात भी कही है।
3 नवम्बर को बड़ामलहरा उपचुनाव के मतदान के दौरान मतदाता ईपिक कार्ड के अतिरिक्त 11 वैकल्पिक फोटो पहचान दस्तावेज के जरिए भी पहचान प्रमाणित कर मतदान कर सकेंगे। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाताओं की सुविधा के लिए वैकल्पिक फोटो पहचान दस्तावेज की सूची जारी की गई है। मतदाता आधार कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, बैंक अथवा डाकघर द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, एनपीआर के अंतर्गत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, पासपोर्ट, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज, राज्य अथवा केन्द्र सरकार के लोक उपक्रम, पब्लिक लिमिटेड कम्पनियों द्वारा कर्मचारी को जारी फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र और सांसद-विधायक को जारी सरकारी पहचान पत्र के जरिए भी मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे।
जिला निर्वाचन अधिकारी शीलेन्द्र सिंह ने बड़ामलहरा उपचुनाव के दृष्टिगत बड़ामलहरा और घुवारा के मतदान केन्द्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने घुवारा में बनाए गए पिंक और आदर्श मतदान केंद्रों को देखा और संबंधित अधिकारियों को निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार व्यवस्था कराने के लिए निर्देशित किया। वहीं कार्य में लापरवाही पाए जाने पर 2 राजस्व निरीक्षकों का 7 दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी ने निरीक्षण के दौरान उपचुनाव के कार्यों में लापरवाही पाए जाने पर सहायक राजस्व निरीक्षक रणमत सिंह और परमलाल प्रजापति का 7 दिवस का वेतन काटने के निर्देश भी दिए।