अमृत स्टेशन योजना के तहत मिली सुविधा
रेलवे प्लेटफॉर्म नंबर एक पर कोच डिस्प्ले बोर्ड शुरू हो गए है। बोर्ड शुरू होने से यात्रियों को कोच ढूंढने में आसानी होने लगी है। अभी तक ट्रेन के आते ही यात्रियों में कोच ढूंढने की भगदड़ मच जाती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है। ट्रेन के आने से पांच मिनट पहले बोगी के सामने कोच का नंबर डिस्प्ले होने लगा है। रेलवे प्रशासन ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत छतरपुर में यह सुविधा प्रारंभ कर दी है।
22 से 24 कोच होने से होती थी मुश्लिक
खजुराहो-झांसी ट्रैक पर ट्रेनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। खासकर एक्सप्रेस ट्रेनों में 22 से 24 कोच होते हैं। जबकि ट्रेनों का स्टॉपेज 5 से 10 मिनट तक ही होता है। कोच डिस्प्ले सिस्टम नहीं होने से यात्रियों को अपना कोच खोजने के लिए इधर-उधर भागदौड़ करना पड़ता था, इससे बुजुर्ग, महिला बच्चों तथा बीमार यात्रियों को काफी परेशानी होती थी। दरअसल डिजिटल इंडिकेटर डिस्प्ले बोर्ड में रेडियम लगे होने से यह दूर से ही चमकता नजर आ रहा है। इसका एक फायदा यह भी है कि बोर्ड के माध्यम से यात्रियों को ट्रेनों के आवागमन, प्रस्थान व प्लेटफॉर्म संख्या की जानकारी सहजता से मिलने लगी है।
साइनेज बोर्ड पहले ही लगाए जा चुके
छतरपुर स्टेशन पर यात्रियों को अतिरिक्त सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से एलईडी बेस्ड साइनेज संस्थापित किए गए हैं, जिसके माध्यम से यात्रियों को दूर से ही स्टेशन पर उपलब्ध यात्री सुविधाएं जैसे पूछताछ कार्यालय, बुकिंग कार्यालय, पब्लिक टॉयलेट, प्रतीक्षालय, प्लेटफार्म क्रमांक आदि आवश्यक सुविधाएं सहज रूप से लोकेट की जा सकती हैं।
इनका कहना है
रेलवे स्टेशन पर कोच डिस्प्ले सिस्टम चालू हो गया है, इससे यात्रियों को अपना कोच ढूंझने में आसानी होगी। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत विस्तारीकरण निरंतर चल रहा है।
राजकुमार, स्टेशन मास्टर छतरपुर