VIDEOगेहूं-बैगन के खेत में उगाए थे अफीम के पौधे, पुलिस ने दस लाख का माल पकड़ा
ड्रग्स उन्मूलन अभियान के तहत पुलिस की बड़ी कार्रवाई अफीम उत्पादन का जिले का पहला मामला
छतरपुर। ड्रग्स उन्नमूलन के लिए पुलिस द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस तीन दिन से लगातार धरपकड़ कर रही है। पहले दिन नशे का इंजेक्शन बेचने वाले, फिर बच्चों से अवैध शराब बिकवाने वालों के खिलाफ कार्रवाई के बाद अब पुलिस ने अफीम की खेती करने वालों पर शिंकजा कसा है। ड्र्ग्स उन्मूलन अभियान के तहत पुलिस को रविवार को बड़ी सफलता मिली है। जिले में पहली बार अफीम की खेती करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने जिला मुख्यालय के पास के गांव मौराहा में अफीम की खेती पकड़ी है। मौराहा गांव के दो भाई अपने खेत पर बड़ी मात्रा में अफीम का उत्पादन कर रहे थे। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि, बड़ी मात्रा में अफीम की खेती की जा रही है। पुलिस ने जाल बिछाकर पहले अफीम का एक पौधा मंगवाया और अफीम के पौधे की पुष्टि होने के बाद रविवार के तड़के कार्रवाई करते हुए 15 किलो 150 ग्राम अफीम के पौधे जब्त किए हैं। इस मामले में दो भाइयों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।
जब्त किए गए 15 किलोग्राम अफीम के पौधे
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि, छतरपुर जिला मुख्यालय से सटे गांव मौराहा में अफीम की खेती हो रही है। छतरपुर जिले में पहली बार सुनने में आया कि, अफीम की फसल उगाई जा रही है। लेकिन सूचना पक्की थी, इसलिए पुलिस ने अपने एक व्यक्ति को बताए गए खेत पर भेजकर अफीम का एक पौधा मंगवाया। इस पौधे की फॉरेसिक जांच से भी पुष्टि हो गई कि, ये पौधा अफीम का ही है। इसके बाद पुलिस की टीम ने रविवार की सुबह 5 बजे मौराहा गांव में उस खेत पर दबिश दी, जहां अफीम की खेती होने की सूचना थी। पुलिस टीम जब वहां पहुंची तो, ये देखकर हैरान रह गई, कि गेहूं और बैगन के खेत के बीच इतनी बड़ी मात्रा में अफीम के पौधे लगाए गए हैं। पुलिस ने खेत में लगे अफीम के सारे पौधे जब्त कर खेत मालिक महेश पटेल और उसके भाई भगवत पटेल को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने जब्त किए गए पौधौं की गिनती की, तो 636 पौधे पाए गए। पौधों का वजन 15 किलोग्राम 150 ग्राम निकला। अफीम की बाजार में कीमत 70 हजार रुपए प्रति किलोग्राम है। इस तरह से पुलिस ने 10 लाख 60 हजार रुपए कीमत के अफीम के पौधे जब्त किए हैं। अफीम की खेती करने वाले दोनों भाइयों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/15 के तहत कार्रवाई की गई है।
नशे के बड़े कारोबार का हो सक ता है खुलासा
अफीम की खेती के आरोप में पकड़े गए भाइयों से पुलिस पूछताछ कर रही है, कि इनके द्वारा अफीम की खेती कब से की जा रही है। अफीम बनाकर ये कहां और किसे सप्लाई करते थे, इन सारे बिंदुओ पर पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस को आशंका है कि, अफीम की पैदावार करने वाले इन आरोपियों से पूछताछ से छतरपुर में ड्रग्स के अवैध कारोबार और कारोबारियों का सुराग मिलेगा। पुलिस ड्र्ग्स उन्नमूलन अभियान के तहत जिले में अफीम, हेरोइन, गांजा और अन्य तरह के नशे का कारोबार करने वालों पर नजर रखे हुए हैं। अफीम पैदा करने वालों से मिलने वाले सुराग ड्र्ग्स के खिलाफ बड़ी सफलता का रास्ता खोल सकते हैं।
निकलने वाला था अफीम का दूध
ेअफ़ीम के पौधे पैपेवर सोमनिफेरम के ‘दूध’ को सुखा कर बनाया गया पदार्थ है, जिसके सेवन से मादकता आती है। इसका सेवन करने वाले को अन्य बातों के अलावा तेज नीद आती है। अफीम में 12त्न तक मार्फीन पाई जाती है जिसको प्रसंस्कृत (प्रॉसेस) करके हैरोइन नामक मादक द्रव्य (ड्रग) तैयार किया जाता है। अफीम का दूध निकालने के लिये उसके कच्चे फल में एक चीरा लगाया जाता है, जिससे इसका दूध निकलने लगता है, जो निकल कर सूख जाता है। यही दूध सूख कर गाढ़ा होने पर अफीम कहलाता है। अफीम के जो पौधे जब्त किए गए हैं, उनसे होली के बाद अफीम का दूध निकलने वाला था। बोई हुई फसल पर गुलाबी फूल खिल गए थे, जो गर्मी बढऩे के साथ ही डोडा का रूप लेने वाले थे। होली के बाद डोडा में चीरा लगा कर आरोपी अफीम का दूध निकालने वाले थे, जबकि बचे हुए डोडा से डोडा पोस्त बनाने वाले थे। अनुमान है कि एक अफीम के पौधे में चीरा लगाने के बाद 5 से 10 ग्राम अफीम का दूध मिल जाता है, जिसे बाद में पांच से दस गुना अफीम तैयार की जाती है।
एपएसएल टीम ने भी की जांच
एडीशनल एसपी जयराज कुबेर, सीएसपी उमेश शुक्ला, सिविल लाइन टीआइ विनायक शुक्ला ने पुलिस बल के साथ कार्रवाई करते हुए अफीम की खेती पकड़ी, जिसके बाद मौके पर एफएसएल की टीम भी मौके पर पहुंची। एफएसएल की टीम ने मौके से वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्र किए और पुलिस ने पंचनामा बनाकर अफीम के अवैध पौधों को जब्त किया। इसके बाद आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
फैक्ट फाइल
अफीम के जब्त पौधे – 636
जब्त पौधौं का वजन- 15 किलोग्राम 150 ग्राम
बाजार मूल्य – 10 लाख 60 हजार रुपए
पकड़े गए आरोपी – 2
कार्रवाई- एनडीपीएस एक्ट
नशे के कारोबार पर है नजर
नशे के लिए इस्तेमाल होने वाले पदार्थो का कारोबार करने वालों पर पुलिस की नजर है। नशा उन्नमूलन के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत अफीम की खेती पकड़ी गई है। पुलिस का अभियान आगे भी जारी रहेगा। नशे के सौदागरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जयराज कुबेर, एडिशनल एसपी
Home / Chhatarpur / VIDEOगेहूं-बैगन के खेत में उगाए थे अफीम के पौधे, पुलिस ने दस लाख का माल पकड़ा