खाद्य पदार्थो का उत्पादन व उपलब्धता की समस्या को सुलझाया ऑनलाइन
बंद पड़े लघु उद्योग भी कराए शुरु, होम डिलीवरी से हुई आसानी
खाद्य एवं औषधी प्रशासन विभाग ने ऑनलाइन की खाद्य सामग्री की उपलब्धता की जानकारी, होम डिलीवरी से दिलाई राहतउद्योग एवं व्यापार केन्द्र ने कोरोना संक्रमण से लडऩे के आवाश्यक सामग्रियों की डिलीवरी के लिए बनवाए पास, बंद उद्योग को दोबारा कराया शुरु
छतरपुर। लॉक डाउन के दौरान आमजनजीवन के लिए जरूर खाद्य सामग्री के उत्पादन, उपलब्धता और वितरण जैसे कार्य के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लाए गए। जिससे मूलभूत आवश्यक सामग्री आटा, दाल, तेल समेत अनय किराना सामान को लॉक डाउन के दौरान लोगों तक पहुंचाने की नई राह मिली। इसके साथ ही कोरोना से लडऩे के लिए मास्क, सेनेटाइजर की कमी न हो इसके लिए ऑनलाइन बुकिंग के जरिए डिलीवरी की व्यवस्था भी कराई गई। इतना ही नहीं डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाओं को भी लोगों के लिए ऑनलाइन डिमांड के बाद उपलब्ध कराया गया। लॉक डाउन जैसे कठिन समय में ऑनलाइन प्लेटफ ॉर्म ने नई राह दिखाई है, खाद्य एवं औषधी प्रशासन विभाग और जिला व्यापार एंव उद्योग केन्द्र ने इस पैटर्न को अपनाकर मूलभूत आवश्यकता की सामग्री की शॉर्टेज नहीं होने दी।
जिले में उपलब्ध कराए खाद्य पदार्थ व दवाई
खाद्य एंव औषधी प्रशासन ने लॉक डाउन लगते ही लोगों को खाद्य सामग्री की परेशानी से बचाने के लिए सबसे पहले किराना और मेडिकल स्टोर संचालकों की सहमति लेकर उनके द्वारा होम डिलीवरी की व्यवस्था कराई गई। खाद्य इंस्पेक्टर एसके तिवारी ने बताया कि होम डिलीवरी वाले दुकानदारों की लिस्टिंग करने के साथ ही नंबर सार्वजनिक किए गए। इसके साथ ही विभाग द्वारा जिले वार खाद्य सामग्रियों की उपलब्धता की जानकारी विभाग के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर प्रतिदिन अपलोड की गई, जिससे जिले में खाद्य सामग्री की कमी पर निगरानी रखने के साथ समस्या को मैनेज किया गया। इसके साथ ही फूड इंडस्ट्री से संबंधित उद्योगों के पंजीयन व लाइसेंस व रिन्यूवल की प्रकिया ऑनलाइन जारी रखी, ताकि उद्योग शुरु करने व चालू रखने में आसानी हो। लॉक डाउन के दौरान लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन और रिन्युवल के लिए ऑनलाइन आवेदनों में 10 फीसदी का इजाफा हुआ है। ऑनलाइन पैटने होने से लोगों को घर बैठे ही ये सुविधाएं मिलीं। ड्रग इंस्पेक्टर देवेन्द्र जैन ने बताया कि विभाग की ड्रग इकाई ने मरीजों को दवा उपलब्ध कराने में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग किया। लोग फोन या सोशल मीडिया के जरिए डॉक्टर का पर्चा भेजकर दवा न मिलने की समस्या से अवगत कराया तो विभाग ने डीलर के माध्यम से उनके घर तक दवाइयां पहुंचवाई।
घर तक पहुंचाई कोरोना से लडऩे की सामग्रियां
ुजिला उद्योग एवं व्यापार केन्द्र छतरपुर ने लॉक डाउन के दौरान आटा, दाल और तेल जैसी वेसिक नीड वाली वस्तुओं की उपलब्धता बनाए रखने के लिए जिले में इन पदार्थो का उत्पादन करने वाली इकाइयों से फोन से संपर्क किया और उनकी समस्याओं की जानकारी लेकर प्रशासन-शासन तक पहुंचाया। जिससे उनकी समस्याओं का निराकरण कर चालू उद्योंगों को गति देने और बंद इकाइयों को दोबारा चालू कराने का काम किया गया। जिला उद्योग एंव व्यापार केन्द्र के प्रभारी महाप्रबंधक डीआर आर्या ने बताया कि उन्होंने शासन के निर्देश पर ऑनलाइन मार्केटिंग कंपनियों अमेजन व फिल्पकार्ट के लोकल डिलीवरी व्वॉय को पास जारी करवाए, फिल्प कार्ट के लिए 27 और अमेजन के लिए 6 पास जारी हुए, जिसके बाद कंपनियों ने शहर में मॉस्क, सेनेटाइजर जैसी आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी कराई। कंपनियों ने ऑनलाइन आवेदन किया और उन्हें पास मिले।
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