कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने कहा कि जब भी हम घर से बाहर निकलते हैं तो आइना देखकर ही निकलते हैं ताकि हमें देखने वाले हमें साफ-सुथरा देखें। हमें अपनी चिंता होती है क्योंकि हम दूसरों की नजरों में अच्छा दिखना चाहते हैं। इसी तरह कोई शहर उस शहर में रहने वाले लोगों के प्रति एक नजरिया बनाता है इसलिए हमें अपने शहर को भी अपना आइना समझना चाहिए कि जब कोई इसे देखे तो वह शहर के साथ-साथ यहां रहने वाले लोगों के बारे में भी अच्छी तस्वीर बनाए। उन्होंने अभियान में शामिल सफाईकर्मियों को सम्मानित करते हुए उन्हें बधाई दी।
बिना रूके यह भारत का सबसे ज्यादा समय चलने वाला सफाई अभियान बना। अभियान 18 जनवरी से 24 जनवरी तक 168 घंटे के लिए तय किया गया था लेकिन फिर यह 200 घंटे से भी ऊपर निकल गया। अभियान के तहत नगर पालिका के 50 से अधिक सफाईकर्मियों ने 3 अलग-अलग शिफ्टों में रात-दिन शहर के बाहरी हिस्सों से लेकर भीतरी मुख्य मार्गों को साफ किया। अभियान में लगभग प्रतिदिन कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह सहित कई अधिकारी, नेता और समाजसेवी भी श्रमदान करने पहुंचे।
सफाई अभियान में सफाई मित्रों की मदद करने और श्रमदान करने वालों को भी मंच से सम्मानित किया गया। इनमें स्वच्छता प्रतियोगिता में भाग लेने वाले उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक 1, क्रमांक 2, हठवारा स्कूल, महर्षि स्कूल, सरस्वती शिशु मंदिर, मरिया माता के साथ अन्य स्कूलो के प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान आने वाले छात्रो को पुरुष्कार और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित हुए। इसके साथ ही सफाई महाअभियान में श्रमदान करने वाली संस्थाएं सेवा ही संकल्प समिति, बजरंग सेना, पेंशनर्स एसोशिएसन, हिंदू उत्सव समिति, राष्ट्रीय चेतना एवं विकाश मंच, संगम सेवालय, श्रीराम सेवा समिति, रक्तवीर सेवा दल, एक आवाज हम सबकी सेवासमिति के साथ अन्य समितियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।