छतरपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री
शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर छतरपुर जिले की जनता को ठग कर चले गए हैं। छतरपुर में मेडिकल कॉलेज के लिए टकटकी लगाए बैठी जनता को एक बार फि र मुख्यमंत्री का रटा रटाया भाषण ही सुनने को मिला। छतरपुर में मेडिकल आवश्यकताओं को देखते हुए चलाए जा रहे मेडिकल आंदोलन से जुड़े लोगों और आम लोगों को उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खजुराहो की आमसभा में मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा करेंगे लेकिन उन्होंने एक बार फि र छतरपुर की जनता के साथ अपना सौतेला व्यवहार दोहरा दिया। यह बात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आलोक चतुर्वेदी पज्जन भैया ने प्रेस को जारी किए गए अपने बयान में कही।
उन्होंने कहा कि विगत चार सालों से छतरपुर की आम जनता छतरपुर में मेडिकल कॉलेज खोले जाने का आंदोलन चला रही है। जिले पर मरीजों का दबाव हर साल बढ़ रहा है जिसके कारण हर वर्ष गरीब जनता मेडिकल सुविधाओं के अभाव में जान खो रही है। जिला अस्पताल सिर्फ रेफर सेंटर बनकर रह गया है। इन तमाम बिंदुओं के बाद भी भाजपा के स्थानीय जन प्रतिनिधि मेडिकल कॉलेज के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं कर रहे हैं। खजुराहो की सभा मे लोगों को उम्मीद थी कि भाजपा नेता इस बात को उठाएंगे लेकिन वे भी मौन धारण किए रहे। वहीं मुख्यमंत्री ने भी छतरपुर की भावनाओं को तब्बजो नहीं दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री छतरपुर की जनता के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं। उनके द्वारा गैर जरूरी दतिया और सतना में मेडिकल कॉलेज की सौगात दे दी गई है।जबकि छतरपुर के लोगों से कह रहे हैं कि हम इस मांग पर गंभीरता पूर्वक विचार करेंगे। क्या 15 साल बाद भी सरकार छतरपुर और यहाँ के मेडिकल के लिए गंभीर नहीं है। उन्होंने मेडिकल कॉलेज संघर्ष मोर्चा और मेडिकल संघर्ष समिति के पदाधिकारियों से आर-.पार की लड़ाई लडऩे का आह्वान करते हुए कहा कि कांग्रेस आगामी दिनों में मेडिकल के मुद्दे पर सरकार से सीधी लड़ाई लड़ेगी और स्थानीय भाजपा नेताओं की कमज़ोरी जन-जन तक पहुंचाएगी।