scriptजांच रिपोर्ट में निगेटिव निकलने वाले मरीजों के फेंफडों में भी मिल रहा कोरोना का दुष्प्रभाव | Side effects of corona also found in lung of negative patients | Patrika News
छतरपुर

जांच रिपोर्ट में निगेटिव निकलने वाले मरीजों के फेंफडों में भी मिल रहा कोरोना का दुष्प्रभाव

सांस लेने में तकलीफ पाए जाने पर फेंफड़ों में मिल रहा कोविड़ जैसा संक्रमण व असरकोविड के अलावा निमोनिया, स्वाइन फ्लू व अन्य संक्रमण से भी फेंफड़ों पर होता है प्रभाव

छतरपुरDec 03, 2020 / 08:39 pm

Dharmendra Singh

फेंफड़ों में मिल रहा कोविड़ जैसा संक्रमण व असर

फेंफड़ों में मिल रहा कोविड़ जैसा संक्रमण व असर

छतरपुर। कोविड़ जांच में निगेटिव पाए जाने के वाबजूद कई मरीजों के फेंफड़ों में कोविड के दुष्प्रभाव मिल रहे हैं। जिले में पिछले दो माह में लगभग हर रोज एक से दो केस ऐसे आ रहे हैं, जिनमें मरीज को सांस लेने की तकलीफ होने पर कोविड टेस्ट कराया गया तो परिणाम निगेटिव रहा, लेकिन सिटी स्कैन और एक्सरे में मरीज के फेंफडों पर कोविड जैसे दुष्प्रभाव देखने को मिल रहे हैं। वहीं कुछ ऐसे मरीजों की मौत के मामले भी सामने आए हैं, जिनमें कोविड जैसे लक्षण पाए गए, लेकिन जांच रिपोर्ट निगेटिव पाई गई। हालांकि इसके पीछे कोविड के अलावा निमोनिया, स्वाइन फ्लू व अन्य संक्रमण भी कारण माने जा रहे हैं।

स्वास्थ विभाग के कर्मचारियों में भी मिला असर
जिले में अब ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ रही है, इनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ रही है मगर सांस लेने में हो तकलीफ के बाद जब इन्हीं मरीजों की सिटी और एक्सरा जांच हुई तो फेफड़ों में वायरस की फाइडिंग मिल रही है। विगत दो माह से हर दिन एक से 2 मरीज ऐसे मिल रहे हैं, स्वास्थ्य विभाग के दो कर्मचारी भी ऐसे ही संक्रमित मिल चुके हैं। वहीं जिले में 3 ऐसे ही केसों में मरीजों की जान जा चुकी है। नबंवर माह में अस्पताल में पदस्थ एक बाबू और सीएमएचओ दफ्तर में पदस्थ एक महिला कर्मचारी में इस तरह की फाइडिंग सीटी स्कैन जांच में मिली। जिनकी आरटीपीसीआर और रैपिड एंटीजन किट से कोविड जांच निगेटिव आई थी। जिले में अबतक दर्जनों केस मिल चुके हैं, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद कोरोना फाइडिंग मिली है।
रोज हो रही 4 से 5 जांचे
जिला अस्पताल में सिटी स्कैन शाखा इंचार्ज सनोज ने बताया कि अब कोरोना के हिडिन केस बढ़ते जा रहे हैं। पूर्व में महीने में एक दर्जन एचआर सिटी जांचें हो रही थी, लेकिन अब इंफेक्शन की पुष्टि कराने रोजाना 4 से 5 जांचें हो रही है। 50 फीसदी केसों में फाइडिंग जांच में मिल रही है जबकि इन मरीजों की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आई।
रिपोर्ट निगेटिव इसलिए कोविड पेंशेंट में काउंट नहीं
जिन मरीजों की सैंपल रिपोर्ट निगेटिव आई है, लेकिन सिटी स्कैन व एक्सरे में कोविड फाइडिंग मिल रही है। उन्हें स्वास्थ विभाग दो श्रेणियों में रखकर इलाज कर रहा है। उन्हें कोविड पेशेंट नहीं माना जा रहा है, लेकिन उन्हें कोविड या कोविड निमोनिया की श्रेणी का मरीज मानते हुए उनका इलाज किया जा रहा है। पिछले दो महीने से ऐसे केसों में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।

अन्य संक्रमण से भी असर
जिला अस्पताल के कोविड इंचार्ज मेडीसिन विशेषज्ञ डॉ. मुकेश कुशवाहा ने बताया कि सर्दियों के दौरान अब पहले से ज्यादा सावधानी बरतने का समय है। निगेटिव रिपोर्ट की बाद अगर मरीज में फाइडिंग मिलती है तो फिर इलाज की गाइडलाइन अलग है, जिसे पॉजिटिव की श्रेणी में नहीं रखा जाता है। सिटी स्कैन व एक्सरे में मिली फाइडिंग निमोनिया, स्वाइन फ्लू और अन्य संक्रमण की फाइडिंग भी हो सकती है, जिसका उपचार आईसीयू में भर्ती करके किया जा रहा है।
सामने आ रहे दोनों तरह के मामले
कई मामले ऐसे भी होते हैं, जिनमें सदी-जुकाम के चलते मरीज ने शुरु में जांच नहीं कराई, बाद में जांच होने पर कोविड रिपोर्ट निगेटिव पाई गई। लेकिन उनके फेंफड़ों पर कोविड के दुष्प्भाव मिले। कुछ मामलों में निमोनिया, अस्थमा, ब्रोनकाइटिस के कारण भी फेंफड़ों पर दुष्प्रभाव देखने को मिल रहे हैं।
डॉ. आशीष जैन, प्रभारी अधिकारी, जिला महामारी

Home / Chhatarpur / जांच रिपोर्ट में निगेटिव निकलने वाले मरीजों के फेंफडों में भी मिल रहा कोरोना का दुष्प्रभाव

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो