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छतरपुर

शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार एवं परीक्षा परिणाम में वृद्धि का लक्ष्य किया तय

आयुक्त लोक शिक्षण द्वारा दिशा- निर्देश जारी कर दिए गए

छतरपुरSep 15, 2018 / 11:28 am

rafi ahmad Siddqui

To improve the quality of education and increase the results teaching

To improve the quality of education and increase the results teaching

छतरपुर। शिक्षण सत्र 2018-19 में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार एवं परीक्षा परिणाम में वृद्धि के लिए लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। इसको लेकर आयुक्त लोक शिक्षण द्वारा दिशा- निर्देश जारी कर दिए गए हैं। जिसके तहत विद्यार्थियों को प्रोत्साहित कर परीक्षा परिणाम को बेहतर बनाया जाएगा।
आयुक्त लोक शिक्षण मप्र जयश्री कियावत द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि शिक्षा की गुणवत्ता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। गुणवत्ता सुधार के लिए समय-समय पर निर्देश प्रसारित किए जाते हैं। पिछले वर्ष के अनुभव से यह तथ्य सामने आया है कि लक्ष्य निर्धारित न होने से शिक्षा की गुणवत्ता एवं परीक्षा परिणाम की प्राप्ति के लिए समुचित मॉनिटरिंग नहीं हो पाती। ऐसे में वर्ष 2018-19 में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार एवं परीक्षा परिणाम में वृद्धि के लिए शिक्षा विभाग की प्रत्येक इकाई की भूमिका एवं जिम्मेदारी निर्धारित कर मॉनिटरिंग की जाएगी। विद्यालय स्तर पर विषय शिक्षक भी जिम्मेदारी होगी। प्रत्येक विद्यालय के विषय शिक्षक अपनी कक्षाओं में प्रवेशित छात्रों का पिछली कक्षा एवं त्रैमासिक परीक्षा परिणाम में अपने विषय में प्राप्तकांत के आधार पर छात्रों के वर्तमान स्तर का आंकलन करेंगे। विद्यार्थियों की रुचि, क्षमता, वर्तमान परिस्थितियों में अपने शैक्षित कौशल के आधार पर विषय शिक्षक एवं विद्यार्थियों की आपस में चर्चा के बाद अपने-अपने विषय का सत्र 2018-19 की परीक्षा के लिए लक्ष्य निर्धारित करेंगे। लक्ष्य का निर्धारण वास्तविक, व्यवहारिक व प्राप्त करने योग्य हो व पिछले वर्ष के परीक्षा परिणाम से न्यूनतम दस फीसदी अधिक होना चाहिए। विषय शिक्षक उपस्थिति पंजी में वर्तमान सत्र के लिए शिक्षक एवं विद्यार्थियों द्वारा आपस में चर्चा के बाद तय किए गए लक्ष्य को अंकित करेंगे। विद्यार्थीवार, विषयवार लक्ष्य निर्धारित के लिए प्रपत्र भी भेजा गया है। कक्षा शिक्षक कक्षा के समस्त विषयों के विषय शिक्षक एवं विद्यार्थियों द्वारा तय किए गए लक्ष्य को संकलित कर कक्षा का वर्तमान सत्र का लक्ष्य निर्धारित कर उसका दस्तावेजीकरण करेंगे। समस्त विषय शिक्षक विद्यार्थियों पर मानसिक दवाब न डालते हुए उन्हें लक्ष्य पूर्ति के लिए निरंतर प्रोत्साहित करेंगे। आदेश में कहा गया है कि शासकीय हाई एवं हायर सेकेंडरी विद्यालय के विषय शिक्षक एवं प्राचार्य लक्ष्य निर्धारण की प्रक्रिया 30 सितंबर 2018 तक पूरा करें। वहीं जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वो प्रक्रिया की सतत मॉनिटरिंग कर समय सीमा में लक्ष्य निर्धारित की प्रक्रिया संपन्न कर 30 सितंबर तक लक्ष्य निर्धारित न करने वाले प्राचार्यो के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। वहीं जिला शिक्षा अधिकारी जेएस बड़करे ने समस्त प्राचार्य, शासकीय हाईस्कूल व हायर सेकेंडरी को पत्र भेज कर इसकी समय-सीमा निर्धारित करने व कार्रवाई का पालन प्रतिवेदन जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को भेजना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
प्राचार्य द्वारा की जाने वाली कार्रवाई
प्राचार्य समस्त कक्षाओं के विषय शिक्षकों एवं विद्यार्थियों द्वारा तय किए गए लक्ष्य के आधार पर संस्था का कक्षावार औसत लक्ष्य निर्धारित करेंगे कि प्रत्येक कक्षा में किस श्रेणी के कितने विद्यार्थी आएंगे। प्राचार्य सुनिश्चित करेंगे कि प्रत्येक विषय शिक्षक के पास उसके एवं विद्यार्थियों द्वारा तय किए गए लक्ष्य को हार्ड कॉपी उपलब्ध रहे। प्राचार्य विषयवार शिक्षकों द्वारा तय किए गए लक्ष्य की प्रविष्टि विमर्श पोर्टल पर करेंगे तथा डाउनलोड कर हस्ताक्षरित प्रति जिला शिक्षा अधिकारी को उपलब्ध कराएंगे तथा एक प्रति अपनी टेबिल पर नियमित समीक्षा के लिए रखेंगे। प्राचार्य प्रत्येक कक्षा के विषय शिखक के साथ कक्षावार, विषयवार, अद्र्धवार्षिक, प्रीबोर्ड परीक्षा के बाद लक्ष्य की समीक्षा करेंगे एवं सुधार के लिए ठोस प्रयास के लिए प्रोत्साहित करें। निरीक्षणकर्ता भी त्रैमासिक, अद्र्धवार्षिक, प्रीबोर्ड परीक्षा के लक्ष्य एवं परिणामों का शालाओं के निरीक्षण के दौरान मॉनिटरिंग, समीक्षा करें एवं समीक्षा बैठक पंजी का संधारण करें। बैठक में दिए गए सुझाव एवं निर्देशों का भी पंजी में उल्लेख करेंगे।
ऐसे किया जाएगा प्रोत्साहन
निर्धारित लक्ष्य पूर्ण करने वाले संभागीय संयुक्त संचालक जिला शिक्षा अधिकारी, प्राचार्य एवं शिक्षकों को उत्कृष्ट सेवा कार्य के लिए समारोह पूर्वक प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। हिंदी एवं संस्कृत विषय के शिक्षकों को प्रोत्साहित के लिए ए प्लस एवं ए ग्रेड के विद्यार्थियों के लक्ष्य की पूर्ति को आधार पर माना जाएगा। अन्य विषय के शिक्षकों को प्रोत्साहन के लिए सभी श्रेणी के लक्ष्य की पूर्ति के आधार पर माना जाएगा। लक्ष्य की शत-प्रतिशत पूर्ति करने वाले शिक्षकों को शिक्षक दिवस पर दिए जाने वाले पुरस्कारों में प्राथमिकता दी जाएगी।
लक्ष्य की पूर्ति न होने पर होगी कार्रवाई
– लक्ष्य में 10 फीसदी की कमी होने पर- कोई कार्रवाई नहीं
– निर्धारित लक्ष्य में 11 से 20 फीसदी की कमी होने पर एक वेतन वृद्धि संचयी प्रभाव से रोकना
– निर्धारित लख्य में 21 से 40 फीसदी की मी होने पर दो वेतन वृद्धि संचयी प्रभाव से रोकना
– निर्धारित लक्ष्य में 40 फीसदी से अधिक की कमी होने पर विभागीय जांच संस्थापित कर अनुशासनात्मक कार्रवाई करना।
उत्कृष्ट एवं मॉडल स्कूल के लिए चार श्रेणियां
– श्रेणी-एक 90 फीसदी या उससे अधिक अंक का लक्ष्य निर्धारित करने वाले विद्यार्थियों की संख्या।
– श्रेणी- दो 80 फीसदी से 89 फीसदी तक अंक का लक्ष्य निर्धारित करने वाले विद्यार्थियों की संख्या।
– श्रेणी-तीन 70 फीसदी से 79 फीसदी तक अंक निर्धारित करने वाले विद्यार्थियों की संख्या।
– श्रेणी-चार 60 फीसदी से 69 फीसदी तक अंक का लक्ष्य निर्धारित करने वाले विद्यार्थियों की संख्या
अन्य विद्यालयों के लिए निम्नांकित चार श्रेणियां
– श्रेणी-एक 80 फीसदी या उससे अधिक अंक का लक्ष्य निर्धारित करने वाले विद्यार्थियों की संख्या।
– श्रेणी- दो 60 से 79 फीसदी तक अंक का लक्ष्य निर्धारित करने वाले विद्यार्थियों की संख्या।
– श्रेणी-तीन 45 से 59 फीसदी तक अंक का लक्ष्य निर्धारित करने वाले विद्यार्थियों की संख्या।
– श्रेणी-चार 33 फीसदी से 44 फीसदी तक अंक का लक्ष्य निर्धारित करने वाले विद्यार्थियों की संख्या

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