सड़क दुर्घटना कम करने के लिए गौ-वंश की सींग में लगा रहे रेडियम स्ट्रिप
छतरपुरPublished: Aug 19, 2019 07:17:15 pm
छतरपुर शहर की सड़कों पर हैं 3000 गौ-वंशआम दिनों में रोजाना 5 दुर्घटनाएं, बारिश में दोगुना खतरा
छतरपुर। शहर की सड़क पर गौ-वंश के समूहों के कारण आए दिन होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस ने अभियान शुरु किया है। आवारा गौ-वंशो की सींग में रेडियम की स्ट्रिप लगाई जा रही है, ताकि रात के अंधेरे में भी गौ-वंश की मौजूदगी पता चल सके और सड़क दुर्घटना को रोका जा सके। पुलिस व ट्रैफिक पुलिस ये अभियान जिला मुख्यालय चला रही है। ताकि गौ-वंश के कारण सड़क दुर्घटना का शिकार लोग न हो सके और गौ-वंश भी सुरक्षित रहें। इस अभियान को पूरे जिले में चलाने की भी प्लानिंग है।
इसलिए पड़ी जरुरत अभियान की जरुरत
शहर हो या गांव, सभी जगह गौ-वंश की दुर्दशा हो रही है। ऐसा कोई दिन नहीं बीतता जिस दिन गौ-वंश सड़क दुर्घटना का शिकार न हो, जिस दिन किसी गाय की तड़प-तड़प कर मौत न होती हो। इन सड़क दुर्घटनाओं का शिकार लोग भी हो रहे हैं। इन सड़क दुर्घटनाओ में लोग या तो घायल हो रहे हैं, या उनकी भी मौत हो रही है। हालात ये हैं, कि दुर्घटना में रोजाना गाय और इंसान की मौत हो रही है। गाय सड़कों पर आ गईं, बस यहीं से गाय सड़क दुर्घटना की वजह और शिकार बनने लगी हैं।
सिर्फ शहर में ही सड़कों पर हैं 3 हजार गौ-वंश
दुर्घटना में घायल गौवंश का इलाज का काम करने वाली हरिओम गौशाल अस्पताल के आंकड़ो के मुताबिक छतरपुर शहर में लगभग तीन हजार गौ-वंश ऐसे हैं, जिनके न रहने का ठिकाना है, न खाने-पीने का इंतजाम है। शहर के हर वार्ड में कम से कम 70 गाय हैं, जो खाने की तलाश में सड़कों, गलियों में भटकती रहती है। हर सड़क पर इसी वजह से जाम लगता है। गायों को बचाने के चक्कर में रोजाना 5 एक्सीडेंट शहर में हो रहे हैं। इन दुर्घटनाओं में 2 से तीन गाय की रोजाना मौत हो रही है, कम से कम चार लोग घायल हो रहे हैं। ये तो आम दिनों की बात है,बारिश के मौसम में रोजाना कम से कम 15 एक्सीडेंट होते हैं,जिनमें 10 गायों की मौत हो जाती है, 12 लोग गंभीर घायल हो जाते हैं, 2 से 4 लोगों की मौत तक हो जाती है।
इसलिए बढ़ी समस्या
शहर से लगी चरनोई भूमि भूमाफियाओं ने बेच दी या कब्जा कर लिया,एक-एक करके गौशालाएं बंद हो रही हैं,कांजी हाउस पहले ही बंद हो गए,इन्हीं कारणों से गौ-वंश सड़कों पर आ गए हैं। गौ-वंश की सुरक्षा और संवर्धन के लिए जरूरी चरनोई जमीन को कई वर्षो से चल रही साजिश के तहत खत्म कर दिया गया। पन्ना रोड पर 270 एकड़ चरनोई चमीन, सागर रोड पर 15 एकड़ और शहर से लगे सौंरा,गठेवरा,हमा,बगौता,नारायणपुर गांव में गौ-वंश के लिए जमीन ही नहीं बची है, सभी जगह कॉलोनियां बन गई हैं, या प्लॉटिंग चल रही है। रोज ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाएं हो रही हैं। लोग अनजान दहशत के बीच शहर की सड़कों से गुजरते हैं,कि कहीं किसी गौ-वंश से टकरा न जाए,कहीं सड़क पर गौ-वंश की लड़ाई के बीच दुर्घटना का शिकार न हो जाएं।
फैक्ट फाइल
शहर में आवारा गौ-वंश – 3000
अन्य मौसम में सड़क दुर्घटना – 4 से 5 रोजाना
बारिश में सड़क दुर्घटना-12 से 15 रोजाना
गौ-वंश की मौत – 2 से 3 रोज
बारिश में गौ-वंश की मौत- 8 से 10 रोज
लोगों की मौत- 2 से 4 रोज
शुरु किया अभियान
बारिश में सड़कों पर गौ-वंश के आने से एक्सीडेंट की घटनाएं बढ़ जाती है। इससे न केवल गौ-वंश बल्कि लोग भी दुर्घटना की चपेट में आ जाते हैं। कई बार इससे लॉ-इन-ऑर्डर की स्थिति बिगड़ भी जाती है। दुर्घटना को रोकने के मकसद से गौ-वंश की सींगों में रेडयिम स्ट्रिप लगाने का अभियान शुरु किया गया है।
जयराज कुबेर, एएसपी