खजुराहो, महोबा, झांसी लाइन को पूरी तरह से विद्युतीकृत किया जा चुका है, यहां इस समय केवल खजुराहो- ललितपुर रेल खंड ही ऐसा बचा है। इस रेल खंड को भी तेजी से विद्युतीकृत किया जा रहा है। राजनगर के आगे तक पूरे पोल खड़े हो चुके हैं, अब छतरपुर के आगे इस काम को तेजी से गति दी जा रही है। उम्मीद है जून तक विद्युत लाइन बिछाने का काम पूरा हो जाएगा। वहीं पिछले दिनों उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी ने मंडल प्रमुखों की बैठक लेकर निर्देश दिए हैं कि रनिंग लाइनों के पास काम करने वाली एजेंसियों द्वारा बहुत की उच्चस्तर की संरक्षा बरती जाए।
ललितपुर से खजुराहो तक पूरे रेलवे ट्रैक पर इसी पहल के तहत ललितपुर से टीकमगढ़ के मध्य 52 किमी लंबा रेलवे ट्रैक तैयार करके पैसेंजर ट्रेन का संचालन शुरू किया गया। इसके बाद ट्रैक को आगे बढ़ाकर खजुराहो तक तैयार किया गया। इसके बाद यहां तेजी से विकास कार्यों ने गति पकड़ी। दो प्लेटफार्म तैयार हो गए, कई नई सुविधाजनक ट्रेनें भी चलने लगी हैं। अब रेल लाइन का विद्युतीकरण होने के बाद एक नई सुविधा मिल जाएगी।