नायब तहसीलदार के साथ जब टीम डे्रसर की क्लीनिक पर छापा डालने के लिए पहुंची तो वह दो मरीजों को बोतल चढ़ा रहा था। उनमें कोरोना के लक्षण नजर आ रहे थे। वहीं, सर्दी-खांसी और बुखार से पीडि़त चार मरीज बाहर बैठे अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। नायब तहसीलदार ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मेडिकल आफिसर डॉ जगदीश अहिरवार को बुलाकर दवाओं की जब्ती बनवाई। डे्रसर द्वारा लिखे गए पर्चे और मरीजों के कथन दर्ज कर पंचनामा बनाया गया है। कार्रवाई में टीआई याकूब खान, नगर परिषद उपयंत्री शिवराम साहू, सदर पटवारी आशीष पांडेय, सफाई निरीक्षक आशीष सोनकिया मौजूद रहे।
निरीक्षण में डॉ. व्हीपी शेषा, गीता चौरसिया, आरके धमनियां, संगीता चौबे, गायत्री नामदेव, निधि खरे, राजकुमार अवस्थी, विशाल तोमर, अरुणेन्द्र शुक्ला, अभिषेक यादव, मनोज चौधरी और डॉ. अशोक गुप्ता अनुपस्थित पाए गए। वहीं, 17 नर्सिंग स्टॉफ में लवलेश चतुर्वेदी फार्मासिस्ट, स्टॉफ नर्स आरती दीक्षित, एएनएम चन्द्रकुंवर तिवारी, नेत्र सहायक आरके अवस्थी, बृजकिशोर विश्वकर्मा और बीपी स्वर्णकार, लैब असिस्टेंट नरेश रिछारिया, वार्ड बाय ईश्वर प्रसाद सेनी, आशीष करौसिया, राजश्री द्विवेदी, रामस्वरुप रैकवार, रामनरेश प्यासी, रविशंकर गुप्ता, जंगी रैकवार, सफाईकर्मी बब्लू तथा रेडक्रॉसकर्मी मनोज गोपाल वैद्य तथा कु. फहमीदा खातून अनुपस्थित पाए गए।