जिले के 441 स्कूल शौचालय विहीन तो 280 में अक्रियाशील, 45 स्कूलों में अब तक नहीं बनी पेयजल व्यवस्था इतना ही नहीं 45 स्कूलों में अब तक पेयजल की समस्या बनी हुई है। राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल से अपर मिशन संचालक ने इस संदर्भ में जिला कलेक्टर के प्रति नाराजगी जाहिर की है तथा 31 मई 2018 तक समस्त कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए हंै। इसके साथ ही डाइस डाटा में लापरवाही बरतने वाले जिला परियोजना समन्वयक, प्रोग्रामर तथा सहायक यंत्री के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया है।
यह था दावा
वर्ष 2015-16 तक जिले की मांग के आधार पर शौचालय निर्माण कार्य स्वीकृत कर समस्त शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों में सुविधाएं मुहैया कराई गई थी। इसके अलावा उपयोग न हो पाने वाले शौचालयों को भी क्रियाशील बनाया गया था। जिला शिक्षा केंद्र का दावा था कि जिले के किसी भी स्कूल में शौचालय की समस्या नहीं है।
स्कूलों में स्वच्छ एवं सुरक्षित पेयजल की उपलब्धता बनाने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से तथा नगरीय क्षेत्र के स्कूलों में नगरीय निकायों के माध्यम से आवश्यक पेयजल सुविधा बनाने की बात कही गई थी।
फैक्ट फाइल – जिले की स्थिति यू-डाइस 2017-18 की रिपोर्ट के अनुसार – (नोट – बालक-बालिका शौचालय उपलब्ध नहीं है तथा उपलब्ध होने पर भी अक्रियाशील है।) जिला कुल स्कूल बालक शौचालय बालिका शौचालय अक्रियाशील शौचालय पेयजलहीन स्कूल
1. बालाघात 2794 348 291 861 00
2. छिंदवाड़ा 3721 261 180 280 45
3. सिवनी 2913 256 190 504 394
4. प्रदेश की स्थिति – 113833 8317 6240 16894 5126