यहां की हरियाली, सुंदर गार्डन, फूल, फल, सुविधाएं और व्यवस्थाओं से ही मोहित होकर मरीज आधे स्वस्थ हो जाते है। यहां फैली शांति और सुकून का स्वाद लेने बार-बार यहां आना चाहते हैं। पीएचसी मांगरूली में पदस्थ डॉ. नितीन उपाध्याय के प्रयास और परिश्रम से यह संभव हो सका हैं।
डॉ. उपाध्याय बताते है कि करीब आधा एकड़ रकबा का अस्पताल परिसर है, यहां मरीजों के बैठने, आराम करने, स्वच्छ पेयजल, संक्रमण से सुरक्षा के लिए सेनेटाइजिंग, मनोरम दृष्य समेत कई चीजों की उपलब्धता है। जिला या ब्लाक स्तर से जब भी कोई अधिकारी निरीक्षण करने पहुंचते है तो वे भी आश्चर्यचिकत हो जाते है। डॉ. उपाध्याय ने बताया कि वे पीएचसी मांगरूली में पिछले तीनव वर्ष से पदस्थ है। इस दौरान शासन से मिले बजट और स्वयं के पैसों को खर्च कर उक्त गार्डन तैयार किया हैं।
सब्जी, आयुर्वेदिक पौधे, गुलाब और ग्रास गार्डन किया तैयार –
अस्पताल परिसर में जैविक खेती के माध्यम से विभिन्न प्रकार की सब्जियां और आयुर्वेदिक पौधे उगाए जाते है। इतना ही नहीं गुलाब और ग्रास (घास) गार्डन के सौंदर्य को देख किसी टूरिस्ट प्लेस की कल्पना की जा सकती है।
पानी का है अभाव –
डॉक्टर उपाध्याय एवं उनकी टीम द्वारा कड़ी मेहनत से गार्डन तैयार किया गया हैं तथा स्टाफ का व्यवहार भी काफी मधुर है, जिसकी ग्रामीण तारीफ भी करते हैं। बताया जाता है कि परिसर में एक हैंडपम्प लगा है, जिसमें पर्याप्त पानी नहीं मिलता है। कई बार वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई और अन्य व्यवस्था की मांग भी रखी गई, पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई हैं।