नियमों का पालन कराना एम्बंधित विभाग की जिम्मेदारी है साथ ही आम लोगों को भी चाहिए की वह नियमों का पालन करें। इस सब के बीच सम्बंधित विभाग की सख्ती भी आवश्यक है चाहे ऑटो, यात्री बसें, या अन्य कोई यात्री वाहन। लेकिन इनके साथ ही उन वाहनों के खिलाफ ज्यादा सख्ती बरती जानी चाहिए जो यात्रियों को बिठाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबंधित है। किन्तु छिंदवाड़ा में इसके ठीक उलट हो रहा है। विभाग का अमला ऑटो चालकों के खिलाफ कार्रवाई तो कर रहा है, लेकिन दूसरी तरफ मालवाहक वाहन के चालक खुलेआम यात्रियों को बिठाकर सड़कों पर दौड़ रहे हैं और इससे दुर्घटनाएं भी हो रही। जिला मुख्यालय को छोड़ दें तो ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों पर आज भी मालवाहक वाहनों को यात्री वाहन के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। विभाग की इस लापरवाही के कारण होने वाली दुर्घटनाओं में लोगों की जान भी जा रही है। इसके बाद भी विभाग कार्रवाई नहीं कर रहा है।
एक सप्ताह में घट चुकी दो दुर्घटनाएं
मालवाहक वाहन से बीते एक सप्ताह में दो दुर्घटनाएं घटित हो चुकी है। लावाघोघरी थाना क्षेत्र के हीराबाड़ी मैनीखापा रोड पर कोकाडिब्बी के पास मालवाहक वाहन क्रमांक एमपी 28 जी 1031 बीते दिनों पलटा था। पंद्रह घायल हुए थे जबकि इलाज के दौरान रामा पिता भैयालाल दर्शमा निवासी वनग्राम पाढर की मौत हो गई। इस वाहन में बाराती सवार थे। दो दिन पूर्व दमुआ थाना क्षेत्र के सारणी रोड डुंगरिया भरदागढ स्कूल के सामने मालवाहक वाहन क्रमांक एमपी 28 जी 0216 के पलटने से वाहन में सवार 10 लोग घायल हुए थे। दोनों ही मामलों में पुलिस ने प्रकरण पंजीबद्ध किया है, लेकिन अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
मजदूर होते हैं
कार्रवाई करते हैं, लेकिन अक्सर यह बात सामने आती है कि मालवाहक वाहन में मजदूर सवार है, खेत लेकर जा रहे हैं। कई बार लोग गरीब पर कार्रवाई करने का हवाला भी देते हैं, इस दौर कई तरह के दबाव भी आते हैं। हालांकि फिर भी कार्रवाई की जाएगी।
-निशा चौहान, अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, छिंदवाड़ा