दो-तीन जुताई कर पाटा लगाएं चने के लिए
चने की बुआई के लिए खेत को तैयार करते समय दो से तीन जुताई कर खेत को समतल बनाने के लिए पाटा लगाने कहा जा रहा है। चने की फसल कतार में बोने की सलाह भी वैज्ञानिक और विशेषज्ञ दे रहे हैं। उसकी दूरी 30 सेमी रखने और और चना किस्म के लिए जेजी 14, 16, 11, 74, 130 बोने कहा गया है।
अंतरवर्तीय फसल लगाएं तो होगा फायदा
किसानों को परम्परागत खेती से हटकर काम करने कहा जा रहा है। ऐसे किसान जिनके पास सिंचाई के सीमित साधन हैं उन्हें अंतरवर्ती फसलें जैसे चना-सरसों, गेहूं-सरसों, चना-अलसी, चना-कुसुम, तोरिया-सरसों और करड़-सरसों एक साथ बोने की सलाह दी जा रही है। इसी प्रकार चने के जिन खेतो में उकठा और कालर राट बीमारी का प्रकोप हर साल होता है वहां चने के स्थान पर गेहूं, तिवडा, कुसुम और अलसी की बुवाई कर फसल चक्र अपनाने को कहा जा रहा है।