स्थानीय लोगों के अनुसार यह कुंआ खदान से जुड़ा था। खदान की दूषित हवा इसी के जरिए बाहर निकलती थी। यह वेंटिलेशन का काम करता था। कुएं की गहराई अधिक होने तथा भविष्य में जहरीली गैस रिसाव की आशंका के कारण इसे चारदीवारी बनाकर और सीमेंट कांक्रीट से पूरी तरह सील कर दिया गया था, लेकिन कुछ वर्षो से इसक दीवारंे गिरने और असामाजिक तत्वों के नुकसान पहुंचाने के कारण कुंए का मुहाना खुल गया है।
वार्डवासियों ने बताया कि देर रात में इस खंडहर में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लग जाता है। सरपंच विपिन श्रीवास्तव ने बताया कि प्रबंधन को पिछले एक वर्ष से पत्र लिखा जा रहा था , लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर एसडीएम को वस्तु स्थिति से अवगत कराया है।
गौरतलब है कि इसके पास से रामपुरी पगडंडी का रास्ता जाता है और समीप में मैदान होने के कारण यहां बच्चे खेलते हैं। शनिवार को टाउनशिप मैनेजर विक्रम मालवी, विनोद दुबे, गणेश कुमार, सिक्योरिटी इंचार्ज योगेंद्र डेहरिया के साथ सरपंच विपिन श्रीवास्तव, सचिव राजेश सेंगर, कोटवार बंटी झरबड़े , वार्ड पंच पिंकी डेहरिया के साथ निरीक्षण किया गया।
स्थिति की गम्भीरता से उच्च अधिकारियों को अवगत कराया। रविवार को एरिया स्तर के अधिकारी मौका मुआयना कर इसे कांक्रीट से बंद करेंगे।