पुलिस को संदेश इस मामले में पुलिस को संदेह है कि इसके पीछे बड़ा रैकेट काम कर रहा है। सरोगेसी के नाम पर ह्यूमन ट्राफिकिंग की जा रही है। जानकारी मिली है कि मुंदड़ा दम्पती शहर के कई नर्सिंग होम के सम्पर्क में थे। अस्पताल से ही उन्हें गरीब परिवार की जानकारी मिलती थी। अस्पताल में जाकर दोनों लोगों से संपर्क करते थे। आर्थिक परिस्थिति और बच्चे के अच्छे भविष्य की जानकारी देकर बच्चे बेचने का काम किया जा रहा था। जांच में और भी मामले सामने आने का अनुमान पुलिस लगा रही है। जल्द ही एक दल जांच के लिए पुणे रवाना होगा।