जिला मुख्यालय के प्रत्येक थाना से एक पुलिसकर्मी की ड्यूटी इसी काम के लिए लगाई गर्ई है। सुबह करीब दस बजे से शाम छह बजे तक पुलिसकर्मी अपने-अपने क्षेत्र के सभी बैंक और एटीएम पर निगरानी रखते हैं। कोरोना को ध्यान में रखते हुए बैंक के अंदर सेनिटाइजर रखा है या फिर नहीं इसकी भी जानकारी लेते हैं। जरूरत पडऩे पर समझाइश भी दी जाती है। बैंक प्रबंधन की तरफ से गम्भीर लापरवाही सामने आने पर बैंक के अंदर रखे रजिस्टर में नोट लिखकर पुलिसकर्मी लौट जाता है। बताया जा रहा है कि यह पुख्ता और तगड़ा इंतजाम पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल के निर्देश पर हुआ है। आम लोगों की सुरक्षा ठगों से करने के साथ ही कोरोना से भी की जा रही। बैंक या फिर एटीएम तक पहुंचने वाले के पास मॉस्क नहीं होने पर उसे मॉस्क का इस्तेमाल करने की सलाह भी दी जाती है। बैंक या फिर एटीएम के आस-पास लम्बे समय तक खड़े रहने पर उससे पूछताछ भी की जाती है।
संदिग्धों पर नजर
पुलिस पूरे समय बैंक और आस-पास के एटीएम पर नजर रखती है। कोई भी संदिग्ध व्यक्ति नजर आता है तो उसे तत्काल रोककर पूछताछ करते हैं। सही जवाब नहीं मिलने की स्थिति में उसे थाना पहुंचा दिया जा रहा। इसके पीछे पुलिस का मकसद है आम लोग जो इस तंगी के दौरान में बैंक या फिर एटीएम से रुपए निकल रहे उनके साथ किसी तरह की धोखाधड़ी या फिर ठगी न हो। कोरोना वायरस से बचाव के लिए मॉस्क का इस्तेमाल करने की सलाह भी देते हैं, जिससे लोगों की जान बच सके।
जिले में सभी जगह ऐसी व्यवस्था
जिले के सभी बैंक और एटीएम पर ऐसी व्यवस्था की गई है जिससे संदिग्ध और आपराधिक गतिविधियों को रोका जा सके। अगर कोई वारदात होती है तो उसके आरोपियों को तत्काल पकड़ा जा सके। आने वाले दिनों में भी यह लगातार जारी रहेगी।
-विवेक अग्रवाल, एसपी, छिंदवाड़ा