भागवत कथा ज्ञान यज्ञ…
भागवत कथा की बह रही बयार चांदामेटा. मां खेड़ापति
मंदिर चांदामेटा में आयोजित सहस्त्र चंडी महायज्ञ में सोमवार को विशाल कलश यात्रा निकाली गई। सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने जल कलश को लेकर नगर भ्रमण किया। यात्रा का स्वागत नगर के विभिन्न स्थानों पर धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों द्वारा किया गया।
कलश यात्रा में शामिल लोगों पर पुष्प वर्षा की गयी, शरबत, राम खिचड़ी, हलवा मिठाई का वितरण किया गया। जल कलश यात्रा के आगे गोंडी नृत्य शैला नृत्य एवं ढोल नगाड़े आतिशबाजी की गई। चौरागढ़ मठाधीश गरीबदास महाराज कलश यात्रा में शामिल हुए। कलश यात्रा के यज्ञ स्थल पहुंचने पर विधि विधान से मंडप प्रवेश कराया गया। सहस्त्र चंडी महायज्ञ स्थल पर प्रतिदिन दोपहर 2 से संध्या 5 बजे तक प्रसिद्ध प्रवचनकर्ता देवी निधि एवं देवी नेहा मथुरा के द्वारा संगीतमय प्रवचन दिया जाएगा।
सिंगोड़ी. ग्राम हिवरखेड़ी से लगभग 5 किमी की दूरी पर स्थित ग्राम बारहबरियारी में श्रीमद् भागवत कथा महोत्सव भक्ति रस वर्षा का आयोजन किया जाना है जिसमें अनंत श्री विभूषित द्वारिका शारदा पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य श्री
स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के परम शिष्य पूज्य अतुल महाराज रामायणी के पावन सानिध्य में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। आयोजक करता बालाराम विश्वकर्मा, गोविंद विश्वकर्मा, ने बताया कि 23 जनवरी दिन मंगलवार को प्रात: शोभायात्रा एवं कलश स्थापना कर कथा का प्रारंभ किया जाएगा।
बोरगांव. शतचंडी महायज्ञ मां भगवती धाम बोरगांव में भागवत कथा अंतिम दिन भगवान श्री
कृष्ण और सुदामा की मित्रता का
बखान किया गया जिसमें सुदामा और श्री कृष्ण की झांकी बनाकर प्रस्तुत की गई अरे द्वारपालों
कन्हैया से कह दो कि दर पर सुदामा गरीब आ गया है के भजन पर श्रद्धालु झूम उठे। इस शतचंडी महायज्ञ में आज दूर दराज से लोग बड़ी संख्या में पधारे। वहीं सांसद कमलनाथ के माध्यम से 51 हजार की राशि ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सौंसर के माध्यम से भेंट दी गई। जिसका समिति ने आभार व्यक्त किया।
सात दिन चली नवदुर्गा जन सेवा समिति के अध्यक्ष अजय तिवारी ने मंच पर आभार व्यक्त किया गया वहीं बैतूल सारणी बडगोनाए आश्रम से पधारे Óसीताराम दादाजी के सानिध्य मेंचल रहे इस शतचंडी यज्ञ मे संतमहात्माओं की टोली का भी आभार व्यक्त किया गया। श्री दादाजी ने बताया मां भगवती धाम बोरगांव में की पूरी विधि विधान के साथ श्री मां भगवती प्राण-प्रतिष्ठा की गई है। प्रतिवर्ष माता रानी का उत्सव पर्व यहां मनाया जाएगा इस दौरान पूर्णाहुति एवं महाप्रसाद के कार्यक्रम के बाद सभी संतों को भावभीनी विदाई तथा भंडारा में सभी ग्रामवासी मौजूद रहे।
सारंगबिहरी. रविवार को भागवत समिति सरंगबिहारी के द्वारा भागवत गीता का समापन व जवारे का विसर्जन भी किया गया। समापन अवसर पर भण्डारे का आयोजन किया गया और विभिन्न गांवों से आई भजन मंडलियों ने कीर्तन प्रस्तुत किए।
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