scriptWCL: वेकोलि कामगार और आबादी का प्रबंधन करना बड़ी चुनौती | Big challenge to manage WCL workers and population | Patrika News
छिंदवाड़ा

WCL: वेकोलि कामगार और आबादी का प्रबंधन करना बड़ी चुनौती

कोयलांचल की महत्वपूर्ण विष्णुपुरी-शिवपुरी मेगा ओपन कास्ट परियोजना प्रबंधन के लिए तो वरदान साबित होगी, लेकिन कर्मियों और स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। इसकी शुरुआत से कर्मचारियों को समायोजित और स्थानांतरित करना प्रबंधन के लिए आसान नहीं होगा।

छिंदवाड़ाMay 17, 2022 / 07:06 pm

Sanjay Kumar Dandale

coal

coal

छिंदवाड़ा/परासिया. कोयलांचल की महत्वपूर्ण विष्णुपुरी-शिवपुरी मेगा ओपन कास्ट परियोजना प्रबंधन के लिए तो वरदान साबित होगी, लेकिन कर्मियों और स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। इसकी शुरुआत से कर्मचारियों को समायोजित और स्थानांतरित करना प्रबंधन के लिए आसान नहीं होगा।
हालांकि यह परियोजना तय समय से काफी पीछे चल रही है, लेकिन इसके पूरे होते ही प्रबंधन के लिए इसका संचालन चुनौती से कम नहीं होगा। श्रम संगठन पहले भूमिगत खदानों से पूरा कोयला बाहर निकालने के बाद ही ओपन कास्ट पर काम शुरू करने का दबाव बना रहे हैं।
जून 2019 में शुरू होनी थी : जन आर्शीवाद यात्रा के दौरान परासिया में आयोजित जनसभा में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने मेगा ओपनकास्ट खदान जून 2019 में शुरू होने की बात कही थी, लेकिन 195 करोड़ लागत की इस खदान का अभी तक सेक्शन.4 ही क्लीयर हुआ है। वन विभाग अनापत्ति,उत्पादन के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति सहित अन्य मंजूरी प्रक्रिया में है।
प्रति वर्ष 20 लाख टन का उत्पादन
पेंच की ओपन कास्ट मेगा प्रोजेक्ट को अधिकारी उत्पादन की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण मान रहे हैं। पेंच क्षेत्र की सभी खदानें मिलकर जितना उत्पादन करती हैं उतना उत्पादन लगभग 20 लाख टन प्रतिवर्ष अकेले इस ओपनकास्ट से होगा। खदान से माइनरेबल रिजर्व 24.42 मिलियन टन है जिसे 50 से 150 मीटर गहराई से निकाला जाएगा। खदान का टेंडर होने के दो वर्ष के भीतर उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।
आसान नहीं है क्रियान्वयन
पेंच क्षेत्र की विष्णुपुरी.1 एवं 2 तथा शिवपुरी खदान को मिलाकर मेगा ओपन कास्ट खोला जाना है। इस प्रोजेक्ट को प्रारम्भ करने में प्रबंधन के सामने बाधाएं भी हैं। सबसे बड़ी समस्या कामगारों को समायोजित करने की है। वर्तमान में इन तीनों खदानों में लगभग 750 कामगार कार्यरत हैं। ओपन कास्ट में आउट सोर्सिंग से काम होगा और इतने कामगारों का नियोजन सम्भव नहीं होगा। ऐसी स्थिति में कामगारों का स्थानांतरण अन्यत्र किया जाएगा।
चार खदानों का होगा विलय
पेंच की शिवपुरी, कुकरमुंडा, विष्णुपुरी 1 एवं 2 खदान को मिलाकर मेगा ओपनकास्ट खोला जाएगा। इसमें कुकुरमुंडा गांव के लगभग तीस घरों का विस्थापन व पुनर्वास किया जाएगा। शिवपुरी कॉलोनी की जलापूर्ति की पुन: व्यवस्था बनानी होगी। वेकोलि सडक़ तथा वेकोलि पॉवर लाइन हटा कर नए सिरे से व्यवस्था करनी होगी। खदान से 180 एमएम क्यूबिक मीटर ओवरबर्डन हटाया जाएगा।

Home / Chhindwara / WCL: वेकोलि कामगार और आबादी का प्रबंधन करना बड़ी चुनौती

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो