‘जिस पुण्य को परिभाषित न किया जाए, उसकी कीर्ति शाश्वत जीवित रहती है’
समारोह : जैवविविधता संरक्षण के लिए जल-पात्र वितरण
biodiversity conservation
चांद टीचर्स वेलफेयर सोसाइटी ने पक्षियों के लिए बांटे 150 जल-पात्र छिंदवाड़ा/चांद. टीचर्स वेलफेयर सोसाइटी चांद की ओर से पक्षियों के पीने के पानी के लिए जलपात्र वितरण समारोह शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल चांद में आयोजित किया गया। समारोह में कॉलेज के 150 विद्यार्थियों को अपने-अपने गांव में पक्षियों के लिए पानी रखने मिट्टी के पात्र वितरित किए गए।
समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. अमर सिंह ने कहा कि सोसाइटी द्वारा पक्षियों के जीवन प्रवाह में निरंतरता लाने के लिए किए जा रहे प्रयास जनमानस के लिए प्रेरणा का मील का पत्थर साबित हो रहे हैं। परजीव सेवा का यह पुण्य का काम सामाजिक जागरुकता व जैव संरक्षण के लिए अत्यंत आवश्यक है। इस तरह की सेवा व्यक्ति को ग्रह शांति, क्लेश मुक्ति व मानसिक शांति प्रदान करती है। ऐसा परोपकार जिसको पात्र स्वयं वर्णित नहीं कर पाता, उसकी कीर्ति शाश्वत रहती है। जो दूसरों के लिए दाना पानी मुहैया कराएगा, ईश्वर उसके खजाने में कोई कमी नहीं आने देगा।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य डॉ. डीके गुप्ता ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सोसाइटी द्वारा किया गया यह कार्य प्रतीकात्मक है इसको अपने गांव में वृहद स्तर पर बढ़ाया जा सकता है। इससे बढकऱ समाजसेवा, देशसेवा व जीवजंतु सेवा और कोई नहीं हो सकती है। सोसाइटी के सचिव शिक्षक राकेश मालवीय ने बताया कि जलपात्र वितरण के लिए चांद क्षेत्र के लोगों का बहुत अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। धीरे-धीरे यह अभियान लोगों तक पहुंच रहा है और सकारात्मक सहयोग के लिए लोग आगे आ रहे हैं।
समारोह के अंत में सभी छात्रों ने भीषण गर्मी से तप रहे पक्षियों के लिए दाना-पानी से सेवा करने की शपथ ली। समारोह को प्रो. रजनी कवरेती, प्रो. राजकुमार पहाड़े, प्रो. योगेश अहिरवार, प्रो. चंद्रशेखर उसरेठे, प्रो. प्रकाश नागले, राजकुमार सोनी ने भी सम्बोधित किया। आभार प्रदर्शन सोसाइटी के अध्यक्ष पोहप सिंह वर्मा ने किया।
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