दरअसल, एसपी गौरव तिवारी ने व्यवस्थित ऑटो संचालन के लिए कुछ माह पहले योजना तैयार की थी। सभी ऑटो पर नंबर लिखवाने, ऑटो चालकों के सभी दस्तावेजों की जांच के बाद उन्हें पुलिस की तरफ से कार्ड जारी किया जाना था। चालकों को ड्रेस पहनने और नेम प्लेट लगाने की हिदायत भी दी गई थी। शहर के अलग-अलग हिस्सों में निर्धारित स्थानों पर ऑटो स्टैंड बनाने का निर्णय लिया था। कुछ दिनों तक पुलिस की उठापटक भी जारी रही, लेकिन इसके बाद हालात जस के तस हैं। ऑटो चालकों ने अपनी मर्जी से स्टैंड तैयार कर लिए हैं, जहां से वे सवारी लेकर चलते हैं। बहुत कम चालक ड्रेस में नजर आ रहे हैं। किराया भी मनमाना वसूला जा रहा है। बेतरतीब खड़े ऑटो के कारण आए दिन शहर के कुछ स्थानों पर ट्रैफिक भी जाम होता है।