बिजली से चलती है मशीन
उल्लेखनीय है कि निगम द्वारा कुंड की सफाई के लिए सेट की गई मशीन बिजली से चलती है। जिसमें तीन बड़े रबड़ के बैग लगे हुए हैं। कुंड में नीचे खड़ा कर्मचारी बैग को भरता है और ऊपर खड़ा एक कर्मचारी मशीन के लीवर को ऊपर के लिए खींच देता है। बैग ऊपर आने के बाद समीप ही खड़े वाहन में मलबा गिरा देता है। तब तक दोबारा उसी लीवर से खाली बैग नीचे भेज दिया जाता है। बता दें कि गत रविवार पत्रिका के अभियान के दौरान निगम आयुक्त इच्छित गढ़पाले ने कुंड की सफाई के लिए उपयंत्रियों को निर्देश जारी किए थे।
उल्लेखनीय है कि निगम द्वारा कुंड की सफाई के लिए सेट की गई मशीन बिजली से चलती है। जिसमें तीन बड़े रबड़ के बैग लगे हुए हैं। कुंड में नीचे खड़ा कर्मचारी बैग को भरता है और ऊपर खड़ा एक कर्मचारी मशीन के लीवर को ऊपर के लिए खींच देता है। बैग ऊपर आने के बाद समीप ही खड़े वाहन में मलबा गिरा देता है। तब तक दोबारा उसी लीवर से खाली बैग नीचे भेज दिया जाता है। बता दें कि गत रविवार पत्रिका के अभियान के दौरान निगम आयुक्त इच्छित गढ़पाले ने कुंड की सफाई के लिए उपयंत्रियों को निर्देश जारी किए थे।
और यू चला करवां, लोग बनते गए भागीरथ
शहर के धार्मिक व ऐतिहासिक पातालेश्वर धाम के जलकुंड की सफाई की शुरुआत पत्रिका ने मई माह में की थी। इसके बाद हर रविवार को लोग भागीरथ बनने लालायित दिखे। जैसे-जैसे श्रम की बूंदें कुंड में गिरी, उसकी सूरत बदलती गई। अब अभियान अपने मुकाम की ओर है और इसमें जन सहयोग अनुकरणीय रहा।
शहर के धार्मिक व ऐतिहासिक पातालेश्वर धाम के जलकुंड की सफाई की शुरुआत पत्रिका ने मई माह में की थी। इसके बाद हर रविवार को लोग भागीरथ बनने लालायित दिखे। जैसे-जैसे श्रम की बूंदें कुंड में गिरी, उसकी सूरत बदलती गई। अब अभियान अपने मुकाम की ओर है और इसमें जन सहयोग अनुकरणीय रहा।