देश की 272 कोयला खान बंद करने का निर्णय लिया गया है। जिससें श्रमिकों के साथ कोयला उद्योग को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
छिंदवाड़ा•Sep 20, 2017 / 12:49 am•
sanjay daldale
एक दिवसीय आंदोलन
भवानी खदान चालू कराने दिया धरना
गुढी अम्बाड़ा. कन्हान क्षेत्र की भवानी इंकलाइन को बंद किए जाने के विरोध में ब्लॉक कांग्रेस जुन्नारदेव और संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में विशाल धरना प्रदर्शन
गुढी बस स्टैण्ड में किया गया। इसके बाद राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन एसडीएम रोशन राय और कोल इंडिया चेयरमैन के नाम उपक्षेत्रीय प्रबंधक एसके देवगन को सौंपा गया। एक दिवसीय आंदोलन में इंटक के राष्ट्रीय महामंत्री एसक्यू जमा ने आम सभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार कोयला उद्योग को बंद कर निजीकरण की ओर धकेल रही है। जिससें देश में कोयला उद्योग संकट से जूझ रहा है।
कोयला मंत्रालय के द्वारा देश की 272 कोयला खान बंद करने का निर्णय लिया गया है। जिससें श्रमिकों के साथ कोयला उद्योग को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। परासिया क्षेत्र के विधायक सोहन बाल्मीक ने भी अपने उद्बोधन में कहा की कोयला उद्योग कांग्रेस के कार्यकाल से ही घाटे में चल रहा था। इसके बावजूद भी केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ ने पेंच/कन्हान की एक भी कोयला खदान को बंद नहीं होने दिया। कोयला खदानें बंद होने से क्षेत्र में बेरोजगारों को रोजगार की समस्या उत्पन्न हो गई है और यहां का व्यवसाय चौपट होने की कगार पर है। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी जुन्नारदेव के अध्यक्ष घनश्याम तिवारी ने भी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कन्हान क्षेत्र की भवानी कोयला खान को बंद कर दिया है। आगामी समय में मोआरी खदान को खान को बंद करने की तैयारी की जा रही है। बंद होती कोयला खदानों के कारण क्षेत्रवासी चिंतित है। खदानों को को पुन:चालू कराने ब्लाक कांग्रेस कमेटी आगामी समय में उग्र आंदोलन करेगी। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी और संयुक्त मोर्चा के द्वारा सौपे ज्ञापन में कहा गया है कि भवानी खदान पूरी तरह सुरक्षित है और वर्तमान में 426 वर्करों का मैन पावर कार्यरत है तथा यहां पर 3.6 मिलियन टन कोयले का भण्डार है। इसके बाद भी केन्द्र सरकार के द्वारा खान को बंद किया जाना अन्याय पूर्ण है। खान चालू करने के लिए क्षेत्र के चार श्रमिक संगठन इंटक, सीटू, एचएमएस, एटक का 20 दिनों से क्रमिक अनशन जारी है।
इस दौरान मुख्य रूप से घनश्याम तिवारी, सुनील उइके, रामचंद्र पवार, हेमराज पवार, कमल राय, रवि पवार, भगवानदीन यादव, डीके प्रजापति, कामरेड पीके मूर्ति, अशोक भारती, विजय श्रीवास्तव, राजकुमार पाराशर, जगदीश तिवारी, नितेन्द्र पवार, अमरनाथ ,सलीम उद्दीन, मारकन्डे मिश्रा सहित बड़ी संख्या में व्यापारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहें।
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