नील गगन में उड़ान भर रहीं रंग-बिरंगी पतंगें
मकर संक्रांति पर नीले आकाश में रंग बिरंगी पतंगें हवा में गोते लगाएंगी। इस खास मौके पर पतंगबाजी में बच्चों से लेकर बड़े भी अपने हाथ दिखाते हैं। कई जगह पतंग प्रतियोगिताओं का आयोजन होता है।
छिंदवाड़ा/जुन्नारदेव. मकर संक्रांति पर नीले आकाश में रंग बिरंगी पतंगें हवा में गोते लगाएंगी। इस खास मौके पर पतंगबाजी में बच्चों से लेकर बड़े भी अपने हाथ दिखाते हैं। कई जगह पतंग प्रतियोगिताओं का आयोजन होता है।
मकर संक्रांति पर लोग रंग बिरंगी पतंग, मांजा, धागा घिररे में भरकर तय स्थानों पर पहुंचते हैं और जम कर पतंगबाजी का आनंद उठाते हैं। हर कोई डोर थामे आसमां से बातें कर लेना चाहता हंै। जुन्नारदेव में सिनेमा रोड पर पतंग निर्माण कई वर्षो से किया जाता है। लोगों की जरूरतें के अनुसार कई डिजाइन में पतंग बनाकर मुहैया कराई जाती हैं।
रेडिमेड का दौर: पतंग की हर साल अलग.अलग वैरायटी में मिलने के चलते बड़े शहरों से नए-नए कलेवर में अमरावती, अहमदाबाद, नागपुर, कलकत्ता, छिन्दवाड़ा से बड़ी तादाद में पतंग लाई जा रही है। वर्षों से पतंग निर्माण व बिक्री करने वाले यूनुस मैमन ने बताया अभी खड़ा सब्बल, झब्ब, डुग्गा, अमरावती की मांग अधिक है।
चाइना मांजा खतरनाक
डुंगरिया. अंचल में इन दिनों पतंग बाजी का दौर चल रहा है। बच्चे कटी पतंगों के लूटने में इतने गाफिल हो रहे है कि कई बार जान पर बन आती है। बच्चे रेल की पटरियों तक पहुंच जाते हैं। इसी तरह सडक़ पुल, पुलिया पर भी बच्चे पतंग के पीछे भागते नजर आते हैं। पतंग के लिए खतरनाक चाइना मांजा धड़ल्ले से बिक रहा है। यह इतना तेज और धारदार है कि इससे कई बार जान संकट में पड़ जाती है। वहीं बच्चे पतंग लूटने के चक्कर में रेलवे ट्रेक एवं जोखिम भरी जगहों जा रहे है। जिससे हादसा होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।