जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार प्रसूता पतालेश्वर निवासी है तथा 6 जुलाई 2020 को भर्ती हुई थी। कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिखने और कोई ट्रवल्स या कॉन्टे्रक्ट हिस्ट्री नहीं होने की वजह से प्रसूता का टेस्ट नहीं कराया गया था। इतना ही नहीं महिला का सीजर ऑपरेशन कर सामान्य वार्ड में रख दिया गया।
विशेष कोविड विभाग में किया गया शिफ्ट –
पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद प्रसूता को विशेष कोविड विभाग में शिफ्ट कर दिया गया है तथा गायनिक विभाग के जिस पलंग में महिला थी, उसे भी हटाकर सेनेटाइज किया गया है। बताया जाता है कि महिला के आसपास समेत करीब 16 मरीज और उनके परिजन भी मौजूद थे।
100 से अधिक आए सम्पर्क में –
प्रसूता की डिलेवरी सीजर ऑपरेशन से हुई है तथा नवजात शिशु को एसएनसीयू में रखा गया है। ऐसे में ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर, नर्से, स्वास्थ्य अमला, एसएनसीयू का अमला समेत 100 से अधिक लोग के सम्पर्क में आना बताया जाता है।
हर किसी मरीज की जांच कराना अनिवार्य नहीं –
भर्ती के समय कोई लक्षण नहीं होने की वजह से प्रसूता की कोविड-19 जांच नहीं कराई गई थी। प्रोटोकॉल के तहत सभी मरीजों की जांच कराना अनिवार्य नहीं है तथा इमरजेंसी में ऑपरेशन या इलाज करना पहले जरूरी होता है।
भर्ती के समय कोई लक्षण नहीं होने की वजह से प्रसूता की कोविड-19 जांच नहीं कराई गई थी। प्रोटोकॉल के तहत सभी मरीजों की जांच कराना अनिवार्य नहीं है तथा इमरजेंसी में ऑपरेशन या इलाज करना पहले जरूरी होता है।
– डॉ. पी. कौर गोगिया, सिविल सर्जन