सौंसर, पांढुर्ना और बिछुआ की 23 हजार हैक्टेयर में लगे बगीचों में बारिश न होने से बनी समस्या
छिंदवाड़ा•Jul 23, 2019 / 12:19 am•
prabha shankar
Crisis on orange
छिंदवाड़ा. बारिश न होने से मक्का समेत अन्य खरीफ फसलों और सब्जियों के उत्पादन पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है तो वहीं लगातार गर्म तापमान से सौंसर, पांढुर्ना और बिछुआ के संतरा बगीचों में लगे फल भी संकट में आने लगे हैं। उद्यानिकी विभाग ने भी लगातार मौसम के असर पर चिंता जताई है। इस फसल से करीब 15 हजार किसान का भविष्य दांव पर लग गया है।
विभागीय जानकारी के अनुसार इस समय 23 हैक्टेयर क्षेत्र के बगीचों में संतरा पेड़ में फूल आ गए हैं और फल भी धीरे-धीरे आ रहे हैं। इस स्थिति में बारिश के मौसम के हिसाब से 18-19 डिग्री का तापमान होना चाहिए, लेकिन आसमान साफ रहने से तापमान 30 डिग्री पर केंद्रित है। इससे बगीचों में फूल-फल सूखने की खबरें आ रही हंै। इससे किसान चिंतिंत हैं। जिन किसानों के पास सिंचाई के साधन हैं, वे इसके बचाव में लग गए हैं। अधिकांश किसान बारिश के पानी पर निर्भर हैं। इसका फल जनवरी-फरवरी में आता है। फिलहाल किसान इंद्रदेव से पर्याप्त बारिश की प्रार्थनाएं कर रहे हैं। अच्छी बारिश से ही इस फसल को बचाया जा सकता है। उपसंचालक उद्यानिकी आरके शर्मा ने भी मौसम पर चिंता जताते हुए कहा कि पर्याप्त बारिश होने पर ही संतरा फसल को बचाया जा सकता है। इससे तापमान भी कंट्रोल में रहता है। तापमान मेंटेनेंस पर ही यह संतरा फल आ सकता है। उन्होंने हाल ही में क्षेत्र का निरीक्षण किया और संतरा फल की स्थिति देखी। फिलहाल बारिश की उम्मीद कायम है।