दो साल की कागजी कार्रवाई के बाद टला खतरा
ग्राम पंचायत जाम में बरसों पुरानी पानी की जर्जर टंकी को आखिरकार विभाग ने जमीदोंज कर ही दिया। ग्रामीणों का कहना है कि जर्जर टंकी कभी भी गिर सकती थी। इससे हादसे की आशंका रहती थी। इसके बारे में ग्रामीणों ने कई बार जिम्मेदारों को जानकारी भी दी, लेकिन खस्ताहाल टंकी को गिराने की कार्रवाई नहीं की जा रही थी। दो साल की कागजी कार्यवाही के बाद अब ग्राम पंचायत व विभाग ने जर्जर टंकी को गिरा दिया।
Danger averted after two years of paperwork
छिन्दवाड़ा/सौंसर . ग्राम पंचायत जाम में बरसों पुरानी पानी की जर्जर टंकी को आखिरकार विभाग ने जमीदोंज कर ही दिया। ग्रामीणों का कहना है कि जर्जर टंकी कभी भी गिर सकती थी। इससे हादसे की आशंका रहती थी। इसके बारे में ग्रामीणों ने कई बार जिम्मेदारों को जानकारी भी दी, लेकिन खस्ताहाल टंकी को गिराने की कार्रवाई नहीं की जा रही थी। दो साल की कागजी कार्यवाही के बाद अब ग्राम पंचायत व विभाग ने जर्जर टंकी को गिरा दिया। इस दौरान लोगों को सतर्क कर दिया गया। खास कर आसपास रहने वालों को दूर करना पड़ा। टंकी के सुरक्षित गिराने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। इधर ग्रामीण क्षेत्रों में बिना अनुमति के संचालित ईंट भट्ठों की वजह से प्रदूषण फैल रहा है। हैं। अधिकतर र्इंट भट्ठे नदी के किनारे और नागपुर छिंदवाड़ा मार्ग पर हैं। लोगों ने बताया कि इनसे लगातार निकलने वाले धुएं से प्रदूषण हो रहा है । संबंधित विभागों से शिकायत करने के बाद भी ध्यान नहीं दिया जा रहा। लोगों ने बताया इनमें से कई के पास लाइसेंस भी नहीं है। पांढुर्ना में खरीफ सीजन को देखते हुए कृषि विभाग ने खाद- बीज के स्टाक की जांच शुरू कर दी है। पंजीकृत कृषि केन्द्रों में देखा जा रहा है कि किसानों को अच्छी किस्म का बीज और खाद कंपनी से तय दाम पर ही मिले। वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी जेएस कोहले ने दल के साथ शहर के कृषि केन्द्रों की जांच की। उन्होंने बताया विक्रेताओं हिदायत दी जा रही है कि नियमों की अनदेखी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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