2. फिर बस टर्मिनल के नाम पर बाहर निविदा का प्रकाशन कराया। इस निविदा में एक ठेकेदार को स्वीकृति मिली। बाद में हेर-फेर कर एक दूसरी फर्म को शामिल किया गया।
3. निगम के एक तत्कालीन और वर्तमान में पदस्थ अधिकारी ने चुनिंदा भू-माफिया को साथ लेकर बहुमंजिला शॉपिंग माल की कार्ययोजना बनाई। कई नियमों का उल्लंघन किया गया।
4. निर्माण एजेंसी को 21 हजार वर्ग फीट जमीन फ्री होल्ड में दी जा रही है। इससे निगम को सौ से दो सौ करोड़ रुपए की चपत लगने का अनुमान।