हालांकि शासन ने 30 प्रतिशत से कम रिजल्ट देने वाले शिक्षकों को किताब में देखकर सवालों के जवाब दिए जाने की सुविधा दी, जिसके बावजूद उन्हें दूसरों से मदद लेनी पड़ रही थी। बता दें कि माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा आयोजित कक्षा दसवीं तथा बारहवीं की वार्षिक परीक्षा में शून्य से 30 प्रतिशत रिजल्ट देने वाले स्कूलों शिक्षकों के दक्षता परीक्षण के लिए 12 जून 2019 को परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें भी सफलता प्राप्त नहीं करने वाले जिले के 28 शिक्षकों के लिए दोबारा कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
उल्लेखनीय है कि ऐसे ही शिक्षक वार्षिक परीक्षा में बच्चों के नकल करते पकड़े जाने पर प्रकरण बनाकर फेल कर देते है, लेकिन शासन शिक्षकों को अवसर प्रदान करता है। इधर प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी आइएम भीमनवार ने बताया कि अनुपस्थित शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई शासन स्तर से की जाएगी, जिसके लिए जैसे निर्देश आएंगे वैसा किया जाएगा। साथ ही परीक्षा में शिक्षकों को मदद लेने विभाग से ही निर्देश दिए गए थे।