यह थी समस्या
अप्रैल 2021 में केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक-दो इमलीखेड़ा में बने नवनिर्मित भवन में शिफ्ट हो गया था, लेकिन स्थाई भवन बनने के बाद भी केन्द्रीय विद्यालय संगठन नई दिल्ली ने 11वीं कक्षा के संचालन की अनुमति नहीं दी थी। ऐसे में इस केन्द्रीय विद्यालय से 10वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद विद्यार्थियों को दूसरे स्कूल की तरफ रूख करना पड़ता। यह समस्या अस्थाई भवन में भी थी। इस मुद्दे को ‘पत्रिका’ ने प्रमुखता से प्रकाशित की। जिम्मेदारों का ध्यान दिलाया। बड़ी बात यह थी कि अप्रैल माह में चौरई में स्थित केन्द्रीय विद्यालय भी अब अपने नवनिर्मित भवन में शिफ्ट हो गया था। इस भवन का भी कार्य पांच साल बाद लगभग 15 करोड़ की लागत से पूरा हुआ था। केन्द्रीय विद्यालय संगठन, नई दिल्ली ने यहां साइंस संकाय से 11वीं कक्षा के संचालन की अनुमति दे दी थी, जबकि छिंदवाड़ा की उपेक्षा की गई थी।
इनका कहना है…
अगस्त में केन्द्रीय विद्यालय, जबलपुर संभाग के डिप्टी कमिश्नर ने 11वीं में साइंस संकाय खोलने के लिए प्रस्ताव मांगा था। केन्द्रीय विद्यालय छिंदवाड़ा के चेयरमैन एवं कलेक्टर सुमन कुमार की अनुशंसा के बाद प्रस्ताव भेजा गया था। प्रस्ताव पर केन्द्रीय विद्यालय संगठन, नई दिल्ली मुख्यालय ने साइंस संकाय से 11वीं कक्षा संचालन की अनुमति दे दी है। प्रवेश की प्रक्रिया शुरु भी हो गई है। पद स्वीकृति नहीं हुआ है। संभवत: एक हफ्ते में हो जाएगा।